सीएम कोई हो, उसे समर्थनभाजपा विधायक दल की बैठक आजएजेंसियां, मुंबईमहाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के अकेले सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने के बाद अपने रुख में नरमी लाते हुए शिवसेना ने सोमवार को कहा कि उसकी पूर्व सहयोगी महाराष्ट्र में जिस किसी भी व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद के लिए चुनेगी, वह उसका समर्थन करेगी. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा है, ‘लक्ष्मी पूजा के दिन देवेंद्र फडणवीस ने नितिन गडकरी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया. बाद में गडकरी ने आरएसएस प्रमुख से मिल कर उनका आशीर्वाद लिया. बेशक, ये सभी आशीर्वाद महत्वपूर्ण हैं, लेकिन जनता का आशीर्वाद सर्वाधिक महत्वपूर्ण है. शिव सेना ऐसे किसी भी व्यक्ति का समर्थन करने के लिए तैयार है जो जनता के आशीर्वाद से महाराष्ट्र को आगे ले जायेगा.’ पार्टी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हालांकि इतने अनुभवी हैं कि वह राज्य को संभाल सकते हैं.राजनाथ-नड्डा आज मुंबई मेंभाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा मुंबई में मंगलवार को होने जा रही पार्टी विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे और राज्य का नया मुख्यमंत्री चुनेंगे. विभागों के आवंटन को लेकर भाजपा और शिव सेना के बीच अब तक कोई ठोस बातचीत नहीं हुई है. फिलहाल शिवसेना को पार्टी विधायक दल की बैठक होने तक स्थिति और अधिक स्पष्ट होने का इंतजार करना होगा.अंतिम निर्णय दिल्ली में मुखपत्र में आगे कहा गया है, ‘अंतिम निर्णय नयी दिल्ली में आलाकमान द्वारा किया जायेगा, इसलिए इस बारे में राज्य के नेताओं के लिए सोचनेवाली कोई बात ही नहीं है. गडकरी राज्य को अच्छी तरह जानते हैं और उनके पास महाराष्ट्र के लिए विकास का दृष्टिकोण भी है. दूसरी ओर, फडणवीस के पास प्रशासन का अनुभव नहीं है.’ इसमें आगे कहा गया है कि भाजपा के चुनाव जीतने और भ्रष्ट कांग्रेस तथा राकांपा को सत्ता से हटाये जाने पर हमें खुशी है. इन दोनों दलों के सत्ता से हटने से राज्य को फायदा होगा.राकांपा मतदान से दूर रहेगीभाजपा की अगुवाईवाली अल्पमत सरकार अगर विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना चाहेगी, तो राकांपा मतदान से खुद को अलग रखेगी. राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने बताया, ‘अगर शिव सेना सरकार में शामिल होती है तो कोई समस्या नहीं होगी. हम सरकार का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन हम अल्पमत सरकार के खिलाफ मतदान कर अस्थिरता भी उत्पन्न नहीं करना चाहते.’ उन्होंने कहा कि राकांपा जनता के जनादेश का सम्मान करेगी और जनादेश भाजपा के पक्ष में है जो अकेले सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी है.शिवसेना में फूट!इस बीच, शिव सैनिक नाराज हैं कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ मिल कर सरकार बनाने जा रही है. विरोध जताने के लिए वे पोस्टरों का सहारा ले रहे हैं. इनमें शिव सैनिकों ने अपने नेताओं से आत्मसम्मान बचाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व में बननेवाली सरकार में शिव सेना को शामिल नहीं होना चाहिए. अप्रैल तक राज्यसभा में शिव सेना के सांसद रहे भरत कुमार राउत ने ट्वीट किया, उम्मीद करता हूं कि शिव सेना नेता संकेत को समझेंगे और विपक्ष में बैठेंगे. राउत का कहना है कि शिव सेना सिर्फ झुक नहीं रही है, बल्किभाजपा उसे रेंगने को मजबूर कर रही है.
BREAKING NEWS
महाराष्ट्र में सरकार. शिव सेना नरम, मुखपत्र सामना में लिखा
सीएम कोई हो, उसे समर्थनभाजपा विधायक दल की बैठक आजएजेंसियां, मुंबईमहाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के अकेले सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने के बाद अपने रुख में नरमी लाते हुए शिवसेना ने सोमवार को कहा कि उसकी पूर्व सहयोगी महाराष्ट्र में जिस किसी भी व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद के लिए चुनेगी, वह उसका […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement