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आइएस के वित्तीय प्रणाली पर लगाये रोक

एफएटीएफ ने भारत सहित सभी देशों से की अपीलशीघ्र ही चेतावनी जारी करेंगे भारत के वित्तीय नियामकएजेंसियां, नयी दिल्ली/पेरिसइसलामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत (आइएसआइएल) को हर दिन अनुमानित 10 लाख डॉलर धन मिलने से चिंतित वित्तीय कार्यबल (एफएटीएफ) ने भारत सहित सभी देशों से कहा है कि वे इस आतंकी संगठन को अपनी वित्तीय […]

एफएटीएफ ने भारत सहित सभी देशों से की अपीलशीघ्र ही चेतावनी जारी करेंगे भारत के वित्तीय नियामकएजेंसियां, नयी दिल्ली/पेरिसइसलामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत (आइएसआइएल) को हर दिन अनुमानित 10 लाख डॉलर धन मिलने से चिंतित वित्तीय कार्यबल (एफएटीएफ) ने भारत सहित सभी देशों से कहा है कि वे इस आतंकी संगठन को अपनी वित्तीय प्रणाली का इस्तेमाल नहीं करने दें. भारत में वित्तीय क्षेत्र नियामक सेबी व रिजर्व बैंक इस बारे में शीघ्र ही चेतावनी जारी कर सकते हैं, जिसमें वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले संस्थानों से उचित सुरक्षात्मक कदम उठाने को कहेंगे. ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने आइएसआइएल से जुड़ी फमार्ें पर पहले ही प्रतिबंध लगाया हुआ है. हालांकि, एफएटीएफ ने पहली बार इस आतंकी संगठन के खिलाफ सार्वजनिक बयान जारी किया है. एफएटीएफ एक अंतरसरकारी समूह है, जो वैश्विक वित्तीय क्षेत्र नियामकीय मानक तय करता है, ताकि आतंकी गतिविधियों को वित्तपोषण तथा मनी लांड्रिंग जैसी समस्याओं पर काबू पाया जा सके. यूएनएससी के प्रतिबंधों के मद्देनजर सेबी ने बाजार इकाइयों से कहा है कि वे इस आतंकी संगठन से जुड़े किसी धन या इकाई के प्रति सचेत रहें, ताकि वह भारतीय पूंजी बाजार में प्रवेश नहीं कर पाये. एफएटीएफ के बयान के बाद सेबी व रिजर्व बैंक सहित अन्य नियामकीय एजेंसियां अब आइएसआइएल से संबद्ध फमार्ें, व्यक्तियों या कोषों के प्रति आगाह करते हुए चेतावनी पत्र जारी करेंगी. अभी तक भारतीय बाजार में आइएसआइएल से संबद्ध गतिविधियों की कोई घटना सामने नहीं आयी है. नियामक ने हालांकि यूएनएससी की अलकायदा प्रतिबंधों की नवीनतम सूची के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया है, जिसमें आइएसआइएल से संबद्ध इकाइयों का भी नाम है. अमेरिकी वित्त विभाग के अनुसार, आइएसआइएल को तेल की बिक्री से हर दिन 10 लाख डॉलर तक की कमाई हो रही है.

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