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दिल्ली का चक्कर न काटें, काम करें
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भंवर जितेंद्र सिंह ने दी नसीहत रांची : आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस ने दो दिनों तक रायशुमारी की. कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने दो दिनों तक प्रदेश से लेकर प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं से राय ली. रविवार को होटल बीएनआर में स्क्रीनिंग कमेटी की […]
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भंवर जितेंद्र सिंह ने दी नसीहत
रांची : आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस ने दो दिनों तक रायशुमारी की. कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने दो दिनों तक प्रदेश से लेकर प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं से राय ली. रविवार को होटल बीएनआर में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में पूर्व सांसद, पूर्व और वर्तमान विधायक, पिछले विधानसभा चुनाव के पार्टी प्रत्याशियों, एआइसीसी के सदस्यों, मोरचा संगठन के अलावा एनएसयूआइ, सेवा दल के जिला अध्यक्षों के साथ अलग-अलग बातचीत की गयी.
स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भंवर जितेंद्र सिंह ने बैठक के बाद कहा कि टिकट को लेकर दिल्ली का चक्कर नहीं काटें, अपने क्षेत्र में रह कर काम करें. जनता के बीच रहें. जनता ही वोट देकर उन्हें जीत दिलायेगी. दिल्ली दौड़ लगाने से नेताओं का नुकसान होगा. पार्टी इस बात का ध्यान रखेगी की जीतनेवाले उम्मीदवारों को टिकट दिया जाये. टिकट देने में युवाओं और महिलाओं को प्राथमिकता दी जायेगी.
गोपनीय तरीके से भी ली जा रही जानकारी : स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन श्री सिंह ने कहा कि टिकट को लेकर हर विधानसभा क्षेत्र में गोपनीय तरीके से भी जानकारी हासिल की जा रही है. सव्रे भी कराये जा रहे है. नेताओं और कार्यकर्ताओं के फीडबैक लिये जा रहे हैं. सभी बातों को ध्यान में रखते हुए योग्यता के आधार पर टिकट दिया जायेगा.
अधिकांश की राय गंठबंधन में नहीं : बैठक में अधिकांश नेताओं-कार्यकर्ताओं ने गंठबंधन में चुनाव नहीं लड़ने की बात कही गयी. कहा गया कि विधानसभा चुनाव में पार्टी को अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए. पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का संगठन और जनाधार है. वहीं कुछ नेताओं ने गंठबंधन में चुनाव लड़ने की बात कही. श्री सिंह ने कहा कि जनता की भावना से आला कमान को अवगत कराया जायेगा. गंठबंधन के सवाल पर पार्टी के केंद्रीय नेताओं को निर्णय लेना है.
सरकार बनाना बड़ी भूल, अकेले चलें
रांची : स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन जितेंद्र सिंह के सामने कांग्रेस के आला नेताओं से लेकर जिलाध्यक्षों ने गंठबंधन को खारिज किया. ज्यादतर नेताओं का कहना था कि गंठबंधन से कांग्रेस को नुकासन होता है. दूसरी पार्टियां हमारे सहारे आगे बढ़ जाती हैं, लेकिन हम पीछे छूट जाते. आने वाले चुनाव में गंठबंधन नहीं करना चाहिए. वहीं पार्टी के विधायकों ने सरकार गठन को लेकर भी सवाल उठाये.
विधायक सौरभ नारायण, अनंत प्रताप देव सहित कई दूसरे नेताओं ने कहा कि सरकार बनाने से कांग्रेस को फायदा नहीं हुआ है. सरकार बनाना बड़ी भूल है. सरकार से कांग्रेस की बदनामी हुई है.
..और कह दिया प्रत्याशी बनायें, नहीं तो हरा देंगे : पलामू से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अनूप सिंह ने कह दिया कि विश्रमपुर से टिकट मिलना चाहिए. टिकट नहीं मिला, तो हम लोग पार्टी प्रत्याशी को हरा देंगे. बाद में अनूप सिंह ने माफी मांगी.
समर्थकों से करायी नारेबाजी : टिकट की दौड़ में शामिल कई लोगों ने अपने समर्थकों से नारेबाजी भी करायी. भरत सिंह, चंचल चटर्जी, उदय शंकर ओझा के समर्थकों ने नारेबाजी की.
त्रिपाठी, माधवलाल और राजेश रंजन नहीं पहुंचे : राय सुमारी में मंत्री केएन त्रिपाठी, विधायक माधव लाल सिंह और राजेश रंजन नहीं पहुंचे थे. इन विधायकों की गैर मौजूदगी को लेकर कांग्रेसियों में चर्चा हो रही थी.गिरिनाथ से मिले जितेंद्र सिंह : रांची : भंवर जितेंद्र सिंह रविवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह से मिले. गंठबंधन को लेकर बातचीत हुई. इस दौरान मंत्री राजेंद्र सिंह, सुखदेव भगत और विधायक सौरभ नारायण सिंह उपस्थित थे.
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