रांची: राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों में हाल में बालिकाओं पर बर्बर हमले और बलात्कार की घटनाओं ने हमारे समाज की समग्र चेतना को झकझोर कर रख दिया है और वास्तव में यह देश में सामाजिक मूल्यों में गिरावट की द्योतक हैं.
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने झारखंड की अपनी दो दिवसीय यात्रा के प्रथम दिन आज यहां से लगभग तीन सौ किलोमीटर दूर दुमका जिले में स्थित सिदो-कान्हू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही.
राष्ट्रपति ने कहा कि देश के कई हिस्सों में हो रही इस तरह की बलात्कार की घटनाएं हमें इस दिशा में विचार करने और तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के लिए सचेत करती हैं.
उन्होंने जोर दिया कि देश में महिलाओं की गरिमा और सम्मान की रक्षा हर कीमत पर की जानी चाहिए. उन्होंने याद दिलाया कि गणतंत्र दिवस पर उन्होंने देश में नैतिक मूल्यों के पुनरीक्षण की बात की थी.
उन्होंने कहा कि शिक्षा से जुड़े लोगों की जिम्मेदारी इस दिशा में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि शिक्षकों का धर्म है कि वह मानवीय सम्मान और समानता का प्रचार प्रसार करें. राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय समाज हर स्तर पर तेजी से करवट ले रहा है और आवश्यकता इस बात की है कि इस बदलाव को सकारात्मक दिशा दी जाये.
सिदो-कान्हू विश्वविद्यालय को यह नाम दो महान स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों सिदो मुरमु और कान्हू मुरमु से मिला, जिन्होंने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ 1855 की मशहूर संथाल बगावत का नेतृत्व किया था.