रांची : लोहरदगा में विधि-व्यवस्था संभालने के लिए डीएसपी रैंक के 12 पुलिस अफसरों को लोहरदगा भेजा गया है. सभी अफसर अगले आदेश तक वहां बने रहेंगे. जिन्हें प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया, उनमें सीआइडी के डीएसपी मो नेहालुद्दीन, माे कासिम, एटीएस के डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा और अवध यादव, जैप वन के डीएसपी जय प्रकाश नाग, जैप दो के डीएसपी अविनाश कुमार, पुलिस मुख्यालय में पदस्थापित डीएसपी अनिल कुमार सिंह, डीएसपी आइटीएस संतोष कुमार, तारानंद सिंह, आइआरबी दो डीएसपी दिनेश मुर्मू और रेल धनबाद में पदस्थापित साजिद जफर शामिल हैं.डीजीपी के आदेश पर पुलिस मुख्यालय एडीजी अभियान ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया.
विधि-व्यवस्था सामान्य बनाने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारी भी लोहरदगा में कैंप कर रहे हैं. लोहरदगा की घटना की तरह दूसरे किसी जिले में इस तरह की घटना न हो, इसे लेकर भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से एलर्ट रहने को कहा गया है. सीनियर पुलिस अधिकारियों ने लोहरदगा एसपी को दोषियों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. पुलिस की अलग-अलग टीम लोगों की गतिविधियों पर निगरानी रखने का काम कर रही है.
इधर, भाजपा ने लोहरदगा में हुई हिंसक घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे पूरे तरीके से राज्य सरकार और प्रशासन की विफलता बतायी. प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों पर असामाजिक तत्वों ने पेट्रोल बम और पत्थर चलाये. तलवार, डंडे से हमला किया. प्रशासन पूरी घटना के दौरान मूकदर्शक बना रहा और बाद में जब हंगामा बढ़ा, तो उसने कर्फ्यू लगा दिया.
तनाव पैदा करनेवाले तत्वों पर कार्रवाई हो : भाकपा माले की ओर से लोहरदगा में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी है. माले के झारखंड राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा कि लोहरदगा में भाजपा व उनके सहयोगी संगठन विहिप तथा बजरंग दल द्वारा सीएए के समर्थन में रैली निकाली गयी थी. इस दौरान उनके द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमला किया गया और उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. यह एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है.