रांची : कार्मिक व प्रशासनिक विभाग ने खूंटी उपकारा के तत्कालीन प्रभारी अधीक्षक रवींद्र गगराई को निंदन की सजा दी है. श्री गगराई पर आरोप था कि उनके कार्यकाल में सात जनवरी 2017 को उपकारा के निरीक्षण के दौरान कैदियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री व मोबाइल फोन मिला था.
कारा महानिरीक्षक ने इस संबंध में श्री गगराई से स्पष्टीकरण पूछा था. उन्होंने बताया था कि अनुबंध पर कार्यरत उपकारा का कक्षपाल झगरू महतो पैसे लेकर कैदियों को मोबाइल उपलब्ध कराता था. मामले का पता चलने के बाद झगरू को काम से हटा दिया गया. एक अन्य उपकारा कर्मी पर भी कार्रवाई की गयी है. इधर श्री गगराई के स्पष्टीकरण की समीक्षा के बाद कार्मिक विभाग ने संकल्प जारी कर उनके विरुद्ध सिर्फ निंदन की सजा पारित की है.