रांची : मीडिया के सामने ‘फेक न्यूज’ की चुनौती नयी नहीं है, यह चुनौती आज गंभीर जरूर हुई है. उक्त बातें बीबीसी के एशिया पैसेफिक बिजनेस हेड इंदु शेखर ने प्रभात खबर के सभागार में कही. इंदु शेखर ने कहा कि ‘फेक न्यूज’ से बचने का सबसे आसान तरीका यह है कि हम खबरों को बिना पुष्टि हुए ना लगायें. कोई भी खबर जब हमारे सामने आती है, तो उसकी पड़ताल बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि मीडिया को अपनी विश्वसनीयता बनाये रखने के लिए खबरों की पुष्टि करना बहुत जरूरी है. भरोसा कायम करना बहुत कठिन है और इसे टूटने में कुछ मिनट लगते हैं.इंदु शेखर ने कहा कि आज मीडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जो खबर का उपयोग करते हैं वे यह नहीं समझ पाते हैं कि ‘फेक न्यूज’ क्या है और सही न्यूज क्या है. उसके सामने जो खबर आती है, वह उसी को सच मानता है. ऐसे में यह मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को ‘फेक न्यूज ’ के बारे में बताये और उन्हें समझाये.
इंदु शेखर ने बताया कि फेक न्यूज के खिलाफ बीबीसी ने अभियान चलाया जिसके तहत लोगों को बताया गया कि वे सच और फेक न्यूज में अंतर कैसे करेंगे. स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को इसके बारे में प्रशिक्षित किया गया. भारत जैसे देश में मीडिया के सामने चुनौती और बड़ी है क्योंकि यहां ‘फेक न्यूज’ की संख्या भी ज्यादा है. इस अवसर पर प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने इंदु शेखर का स्वागत किया और उनका परिचय भाषण भी दिया. इस अवसर पर प्रभात खबर के एमडी केके गोयनका, कार्यकारी संपादक अनुज सिन्हा, कॉरपोरेट एडिटर विनय भूषण और प्रभात खबर के स्थानीय संपादक संजय मिश्रा भी उपस्थित थे.