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प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सबसे ज्यादा मारामारी, सुबह 6:00 बजे से नंबर लगा रहे लोग
पहले जिन केंद्रों पर पर दिन भर में बनते थे 10 या 20 प्रमाण पत्र, वहां भी 200 से ज्यादा की वेटिंग रांची : मोटरयान (संशोधन) बिल लागू होने के बाद लोग अपनी गाड़ियों के कागजात दुरुस्त कराने के लिए परेशान हैं. ड्राइविंग लाइसेंस के लिए डीटीओ ऑफिस और इंश्योरेंस एजेंटों के पास भीड़ दिख […]
पहले जिन केंद्रों पर पर दिन भर में बनते थे 10 या 20 प्रमाण पत्र, वहां भी 200 से ज्यादा की वेटिंग
रांची : मोटरयान (संशोधन) बिल लागू होने के बाद लोग अपनी गाड़ियों के कागजात दुरुस्त कराने के लिए परेशान हैं. ड्राइविंग लाइसेंस के लिए डीटीओ ऑफिस और इंश्योरेंस एजेंटों के पास भीड़ दिख रही है. लेकिन, सबसे ज्यादा मारामारी वाहनों का प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर हो रही है. अब तक जिन लोगों ने कभी इसके बारे में सोचा भी नहीं था, वे भी प्रदूषण जांच केंद्रों का रुख कर रहे हैं. इस वजह से इन दिनों सुबह से लेकर देर शाम तक प्रदूषण जांच केंद्रों पर भारी भीड़ नजर आ रही है. जाहिर है कि इतनी भीड़ में प्रदूषण प्रमाण पत्र हासिल करना लोगों के लिए आसान तो कतई नहीं होगा.
एक सितंबर से पहले जहां प्रदूषण जांच केंद्रों पर दिन भर में बमुश्किल 10 या 20 वाहनों के प्रमाण पत्र बनते थे, उन केंद्रों पर आज 200 से ज्यादा लोग लाइन लगा कर खड़े रहते हैं. यह हाल तब है, जब सुबह छह बजे से ही केंद्रों पर नंबर लगना शुरू हो जाता है. भीड़ की वजह से कई जगहों पर रात 8:30 बजे तक केंद्र खुले रह रहे हैं. मंगलवार को शहर के गोशाला चौक, गाड़ीखाना चौक, बिरसा चौक, कोकर चौक और मदन ढाबा, सुरेंद्र नाथ स्कूल के समीप स्थित केंद्रों में लंबी लाइन दिख रही है. हर जगह रजिस्टर में 200 से ज्यादा लोगों के नाम दर्ज थे.
कई केंद्रों पर तो दोपहर एक बजे के बाद नंबर भी नहीं लगाया जा रहा था. वहीं, कई बार बिजली चले जाने के कारण प्रमाण-पत्र बनाने का काम ठप हो जा रहा था. कई लोगों ने बताया कि उन्हें तीन-तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. कई जगहों पर नंबर को लेकर कहा-सुनी भी हो जा रही है, क्योंकि हर व्यक्ति जल्दी से जल्दी प्रमाण पत्र बनवाने की जुगत में लगा रहता है.
"50 की जगह "70 ले रहे : इधर, कुछ केंद्र में तैनात कर्मचारी लोगों की मजबूरी का फायदा भी उठा रहे हैं. वे तय कीमत से अधिक पैसे ले रहे हैं. गोशाला चौक के निकट स्थित प्रदूषण जांच केंद्र में सरकार द्वारा तय दर से अधिक फीस ली जा रही है. दोपहिया के लिए 50 की जगह 70 रुपये, तीनपहिया के लिए 80 की जगह 110 रुपये, चारपहिया के लिए 120 रुपये की जगह 160 रुपये, मध्यम वाहन के लिए 200 रुपये की जगह 280 रुपये और भारी वाहन के लिए 300 रुपये की जगह 400 रुपये चार्ज किया जा रहा है. इसके लिए बकायदा नोटिस भी लगा दिया गया है.
नये नियम से लोग परेशान : भाकपा
रांची. भाकपा ने बयान जारी कर कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश पर आम जनता को परेशान किया जा रहा है. झारखंड में ट्रैफिक नियमों को लागू करने से पहले जागरूकता अभियान चलाना चाहिए था. लोगों को गाड़ियों के पेपर दुरुस्त करने का मौका देना चाहिए था. इतना अधिक फाइन काटा जाना सरकार का तानाशाही रवैया है. भाकपा कार्यालय सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि वामदलों द्वारा जनमुद्दों को लेकर 14 सितंबर को राजभवन मार्च करने की योजना है.
तीन माह तक शिथिल करें नये नियम
रांची. कुणाल अाजमानी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को परिवहन मंत्री सीपी सिंह से मिला. इन्होंने एक सितंबर से लागू ट्रैफिक नियमों को अगले तीन माह तक शिथिल करने की मांग की, ताकि आमलोग अपने कागजात दुरुस्त करा सकें. वहीं, लाइसेंस आदि बनाने के लिए कैंप लगाने का आग्रह किया. इसके लिए चैंबर भवन उपलब्ध कराने का भी मंत्री को प्रस्ताव दिया. साथ ही व्यावसायिक वाहनों पर एकमुश्त टैक्स की राशि जमा करने से राहत देने व राशि को पहले की भांति किस्तों में लेने का आग्रह किया.
कांग्रेस का राज्यव्यापी आंदोलन आज
रांची. नये यातायात नियम के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस बुधवार को राज्यव्यापी आंदोलन करेगी. प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव के निर्देश पर सभी जिला मुख्यालय पर कांग्रेस नेता केंद्र सरकार का पुतला फूंकेंगे. प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहेदव ने कहा कि नयी यातायात नियमावली अव्यावहारिक है. इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है. जब से यह व्यवस्था लागू हुई है, पुलिस-प्रशासन और जनता के बीच संघर्ष बढ़ा है. कांग्रेस शासित प्रदेशों ने नये ट्रैफिक नियम की समीक्षा की बात कही है, जो स्वागत योग्य कदम है.
ट्रैफिक पुलिस ने नहीं काटा चालान, हेलमेट मंगवाया पहनाकर रवाना कर दिया
रांची: पूरे देश में एक सितंबर से मोटरयान (संशोधन) बिल लागू हो चुका है. हालांकि, राजधानी रांची में तीन सितंबर की शाम से चालान काटने की प्रक्रिया शुरू हुई है. तब से अब तक 35 से 40 लाख रुपये का चालान काटा जा चुका है.
इस दौरान बरती जा रही सख्ती से नाराज कई आमलोग ट्रैफिक पुलिस भिड़ गये. कई बार तो हाथापाई तक की नौबत आ गयी है. लेकिन, मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस की गांधीगीरी जिसने भी देखी, उसके मुंह से एक ही बात निकली, ‘ये हुई ना बात!’ घटना शाम 4:00 बजे रेडियम चौक (कचहरी चौक) की है.
चांदनी चौक निवासी एक युवक अपने पुत्र के साथ बिना हेलमेट पहने बाइक से गुजर रहा था. चौक पर तैनात ट्रैफिक एएसआइ दिनेश यादव, ट्रैफिक पुलिसकर्मी निर्मला देवी और धीरज कुमार ने युवक को रोका. युवक चालान नहीं काटने के लिए मिन्नत करने लगा. उसने कहा कि मैं हेलमेट खरीदने ही जा रहा हूं. वहां तैनात सभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियाें ने उसकी बाइक रेडियम चौक पर लगवायी और उसे हेलमेट खरीद कर लाने को कहा. एक घंटे के बाद वह युवक हेलमेट लेकर आया. एएसआइ दिनेश यादव ने उसे हेलमेट पहनाया और आग्रह किया कि वह हमेशा हेलमेट पहन कर ही बाइक चलाये. साथ ही पीछे बैठनेवाले को भी हेलमेट पहनने की सलाह दे.
इधर, लालपुर चौक पर बिना हेलमेट वालों का कट गया चालान : मुहर्रम की छुट्टी और शहर में निकलने वाले जुलूस के कारण 10 सितंबर को ट्रैफिक काफी कम था. अधिकतर चौक पर मंगलवार को चालान नहीं कटा, कुछ ही चौक पर चालान काटा गया. लालपुर चौक पर एक बाइक सवार दो लोगों का दो हजार रुपये का चालान काटा गया. दोनों ने ही हेलमेट नहीं पहना था. लालपुर चौक पर मंगलवार को ही 17,500 रुपये का चालान काटा गया.
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