रांची: डोरंडा के दरजी मुहल्ला में छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या में गिरफ्तार मो सद्दाम के खिलाफ पुलिस अभी तक आरोप सिद्ध नहीं कर पायी है. उसके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिल पाया है.
हालांकि पुलिस ने उसे अब तक निदरेष घोषित नहीं किया है. पुलिस अब सद्दाम का पॉलिग्राफी टेस्ट करायेगी, ताकि उसके दोषी या निदरेष होने पर निर्णय लिया जा सके. पुलिस की जांच रिपोर्ट सलाहकार के विजय कुमार, आइजी एमएस भाटिया और डीआइजी शीतल उरांव को भेज दी गयी है. रिपोर्ट के अनुसार, सद्दाम के साथ तीन और लोगों का भी पॉलिग्राफी टेस्ट होगा.
90 दिन में होनी है चाजर्शीट : मो सद्दाम के खिलाफ 90 दिन में चाजर्शीट दाखिल करना है. उसे गिरफ्तार किये 40 दिन बीत चुके हैं. आरोप सिद्ध नहीं होने पर पुलिस उसके खिलाफ चाजर्शीट दाखिल नहीं कर पायेगी. पुलिस अधिकारियों की माने, तो परिस्थितिजनक साक्ष्य के आधार पर चाजर्शीट दाखिल करने का फैसला लिया जा सकता है. अब मामला वरीय पुलिस अधिकारियों के विवेक पर निर्भर है.
क्या थी घटना
25 अप्रैल को डोरंडा थाना क्षेत्र के दरजी मुहल्ला में छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी. घटना से एक दिन पूर्व बच्ची अपने घर से लापता थी. कुछ स्थानीय लोगों ने मामले में सद्दाम की भूमिका पर शक जतायी थी. एक अन्य बच्ची ने सद्दाम को उस बच्ची के साथ अंतिम बार देखा था, जिसके साथ वारदात हुई थी. इसी आधार पर पुलिस ने सद्दाम को गिरफ्तार किया था.
क्या है पॉलिग्रॉफी टेस्ट
यह जांच एक विशेष मशीन से की जाती है. मशीन को संबंधित व्यक्ति से जोड़ा जाता है. इससे बाद उस व्यक्ति के हर्ट बीट, पल्स रेट और ब्लड प्रेशर की जांच होती है. फिर उससे घटना से जुड़े कुछ सवाल पूछे जाते हैं. इस दौरान व्यक्ति के हर्ट बीट, पल्स रेट और ब्लड प्रेशर सहित अन्य गतिविधियों से संबंधित बातें नोट की जाती हैं. इसके आधार पर विशेषज्ञ यह तय करते हैं कि संबंधित व्यक्ति की बात में कितनी सच्चई है.