हुसैनाबाद थाना क्षेत्र का रहने वाला है मुटुर पासवान
2.5 लाख रुपये बरामद किये गये
रांची : सुखदेवनगर पुलिस ने नक्सली मुटुर पासवान उर्फ निर्मल जी को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी शनिवार की अहले सुबह रातू रोड न्यू मार्केट चौक से हुई है. पुलिस ने उसके पास से 2.50 लाख रुपये, एक नक्सली परचा और एक मोबाइल बरामद किया है. यह जानकारी शनिवार को कोतवाली थाना में एसएसपी प्रभात कुमार और सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने पत्रकारों को दी. एसएसपी ने बताया कि मुटुर पासवान हुसैनाबाद से रुपये लेकर संगठन के लिए पोस्टर छपाने रांची पहुंचा था. इस बात की सूचना मिलने पर उसे गिरफ्तार किया गया है.
एसएसपी के अनुसार, मुटुर पासवान वर्ष 1999 में संगठन से जुड़ा था. वह नक्सलियों के बड़े नेता दधिची राय के साथ रहता था, जिसके नेतृत्व में पूर्व में मुटुर पासवान हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के हाडीपुल के नीचे बम लगाया था. वर्ष 2002 में नक्सलियों और हुसैनाबाद पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में भी मुटुर शामिल था. वर्ष 2002 में छतरपुर में अमेरिका पासवान की हत्या में भी मुटुर शामिल था.
छतरपुर के खेनरा घाटी में वर्ष 2002 में विस्फोटक लगा कर मुटुर ने पुलिस पार्टी को उड़ाया था, जिसमें डीएसपी सहित दो पुलिस कर्मी शहीद हो गये थे. इसके साथ ही मुटुर ने विश्रपुर के कांडा घाटी में विस्फोट भी किया था.
एसएसपी ने यह भी बताया कि वर्ष 2003 में सासाराम में ट्रेन डकैती की घटना में मुटुर पासवान शामिल था. मामले में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज गया था.
वर्ष 2013 में वह जहानाबाद के उग्रवादी केस में जपला से गिरफ्तार हुआ था. लेकिन जेल से निकलने के बाद वह वर्तमान में पलामू जेल में बंद हार्डकोर नक्सली उमेश पासवान के लिए काम करने लगा.
इधर, मुटुर पासवान का कहना है कि वह पहले पिपुल्स वार ग्रुप में था. लेकिन उसने 2002 में संगठन छोड़ दिया था. उसे जुझार सिंह ने जेल में बंद एक नक्सली का बेल कराने के लिए सुलेमान मुंशी के माध्यम से 2.50 लाख रुपये दिये थे. वह रुपये लेकर रांची एक व्यक्ति को देन पहुंचा था.
छापेमारी में शामिल पुलिस अधिकारी : कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ठ, कोतवाली थानेदार अरविंद सिन्हा, सुखदेवनगर थानेदार रंधीर कुमार, लालपुर थानेदार शैलेश कुमार, एएसआइ हीरालाल सिंह और सिपाही मनोरंजन सिंह