रांची : भारतीय जननाट्य संघ (इप्टा), झारखंड राज्य परिषद की बैठक रांची के ओसी कंपाउंड स्थित शफीक भवन में रविवार को कार्यकारी अध्यक्ष श्यामल मल्लिक की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक की शुरुआत कला संस्कृति के विकास में अहम योगदान देने वाले साहित्यकारों व प्रबुद्धलोगों को याद करते हुए हुई.
मौके पर इप्टा, झारखंड के संरक्षक बालेश्वर महतो, लईयो इप्टा के साथी धीरंजन सिंह धीरू, प्रगतिशील साहित्यकार दूधनाथ सिंह, कवि विष्णु खरे, फिल्मी गायक मोहम्मद अजीज, ठुमरी गायिका गिरजा देवी व शास्त्रीय संगीतज्ञ अन्नपूर्णा देवी, वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स, जन विज्ञान से जुड़े अमित सेन गुप्ता, पत्रकार कुलदीप नैयर, फिल्मी गीतकार गोपाल दास नीरज, पाकिस्तान की शायरा फहमीदा रियाज, हावर्ड फास्ट सहित उन तमाम लोगों को याद किया गया. कहा गया कि जिनसे प्रगतिशील कला-संस्कृति, साहित्य, विज्ञान जगत और सामाजिक विकास में योगदान दिया और आज वे हमारे बीच नहीं हैं.
बैठक में पटना में आयोजित इप्टा के प्लैटिनम जुबली समारोह और उसमें इप्टा, झारखंड की भूमिका पर महासचिव उपेंद्र मिश्रा ने चर्चा की और कई सुझाव दिये. इस पर रवि और प्रेम प्रकाश ने अपने-अपने अनुभव बताये. उसके बाद शाखा सचिवों ने अपनी गतिविधियों की चर्चा की. उसके बाद सांगठनिक गतिविधियों पर चर्चा हुई और चर्चा के बाद निम्नलिखित फैसले हुए :-
– विभिन्न आंदोलनों व मुद्दों में सांस्कृतिक हस्तक्षेप को तेज करने की जरुरत है.
– सभी शाखाएं अपना नवीकरण 15 जनवरी तक करा लें.
– बोकारो, धनबाद, रामगढ़ और घाटशिला में संगठन-निर्माण की प्रक्रिया को तेज किया जाए.
बैठक में इबरार अहमद, जयशंकर चौधरी, ललित आदित्य, श्यामल चक्रवर्ती, अरुण नायक, फरजाना फारूकी, मोहम्मद हदीस, साकेत खत्री, रवि, प्रेम प्रकाश, संजय चौधरी, शीतल बागे, जगलाल जी, मुनपाल सिंह, राजेश गोस्वामी, अशोक वर्मा उपस्थित थे.