रांची/ हजारीबागः भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री की लड़ाई के कारण झारखंड में बिजली व्यवस्था फेल हो गयी है. 12 जून को भाजपा प्रदेश की बैठक में बिजली की समस्या को लेकर आंदोलन की रणनीति तय होगी. बिजली के कारण उद्योग, उपभोक्ता, समेत सभी लोग प्रभावित हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य का ऊर्जा मंत्रलय बिजली बोर्ड का भी काम करना चाहता है. इससे भयावह स्थिति और क्या होगी. श्री मुंडा ने रविवार को हजारीबाग जयप्रकाश केंद्रीय कारा जाकर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा से मुलाकात की. भाजपा उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, विधायक अकेला यादव, अमित यादव, रामगढ़ जिलाध्यक्ष अमरेंद्र गुप्ता समेत कई नेता शामिल थे. जेल से बाहर आकर पत्रकारों से कहा कि झारखंड के ऊर्जा विभाग में कोई काम नहीं हो रहा है. तीन माह से बोर्ड की बैठक तक नहीं हो रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ऊर्जा मंत्री राजेंद्र सिंह के बीच रस्साकशी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. सीएमडी कौन बनेगा, यह तय नहीं कर पा रहे हैं.
सिर्फ झारखंड में सिस्टम फेल: यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने संबंधी राष्ट्रीय नेताओं के बयान पर मुंडा ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है. इसका निर्णय राष्ट्रीय स्तर पर होगा. हम सभी का एक ही मकसद है कि जनता को बिजली समस्या से निजात दिलायें. राज्य सरकार को संवेदनशीलता के साथ विचार करना चाहिए कि सरकार बिजली उपलब्ध कराने में फेल हुई है. पूरे देश में बिजली बोर्ड पुनर्गठन के अच्छे परिणाम सामने आये हैं. सिर्फ झारखंड में पूरा सिस्टम फेल हुआ है.