धनबादः पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने कहा है कि धनबाद मंडल ने 102 मिलियन टन लोडिंग का रिकॉर्ड बनाया है और देश में दूसरे नंबर पर है. लेकिन इससे हमें संतुष्ट नहीं होना चाहिए. बल्कि इस वित्तीय वर्ष 150 एमटी लोडिंग कर इसे देश का नंबर वन मंडल बनाने का प्रयास करना चाहिए. यहां अधिकारियों-कर्मचारियों की कार्य संस्कृति अच्छी है. 102 एमटी लोडिंग मील का पत्थर है. इसमें अब तक के डीआरएम की भूमिका है.
श्री कुमार शनिवार को आइएसएम के गोल्डेन जुबली हॉल में इस रिकॉर्ड लोडिंग के उपलक्ष्य में आयोजित सेमिनार ‘ फ्यूचर अनलीस्ड : इश्यू ऑन पीपीपी एंड इनोवेटिव ऑपरेटिव स्ट्रेटजीज फोर मॉडर्न रेलवे सिस्टम’ विषयक सेमिनारो को संबोधित कर रहे थे. सेमिनार का उद्घाटन जीएम और डीआरएम बीबी सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया.
महाप्रबंधक ने कहा कि मेरी पहली पोस्टिंग धनबाद मंडल में हुई थी और आज मैं इसीआर जोन का जीएम हूं. धनबाद से मेरा हमेशा लगाव रहा है. लोडिंग के कारण आज धनबाद मंडल पूरे जोन को लीड कर रहा है, यह मेरे लिए और पूरे जोन के लिए गर्व की बात है. मंडल को 10 करोड़ रुपया यार्ड व साइडिंग मेन्टेनेंस के लिए आवंटित किया गया है. पूरे जोन के अधिकारियों के लिए क्वार्टर बनाया जा रहा है. जबकि सुरक्षा के लिए आरपीएफ इंस्पेक्टर व जवान भी बहुत जल्द आ जायेंगे. बीते तीन सालों में हजारों ग्रुप डी कर्मचारियों की बहाली हुई है.
अब तक रेल कर्मियों को ट्रेनिंग के लिए दूसरे जोन में जाना पड़ता था. अब इसके लिए दानापुर में सीएनटी ट्रेनिंग सेंटर खोला जा रहा है. धनबाद के डीआरएम बीबी सिंह ने कहा कि लोडिंग में धनबाद मंडल ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. मंडल क्षेत्र में लगातार बंदी व रेलवे लाइन पर धरना-प्रदर्शन के बाद भी अच्छी लोडिंग हुई. धनबाद मंडल से सिर्फ बिलासपुर डिवीजन आगे है. धनबाद मंडल में पहली बार 1962 में लोडिंग प्रारंभ हुई थी. पहली बार लोडिंग 15.7 एमटी थी. और वर्ष 2013-14 में नया कीर्तिमान स्थापित किया गया. धनबाद स्टेशन में यात्रियों की सुविधाओं के लिए भी लगातार प्रयास जारी है. इसमें दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है.
धनबाद मंडल के पूर्व सीनियर डीओएसटी और एक्स मेंबर रेलवे बोर्ड व पद्मश्री एसबी घोष दस्तीदार ने बताया लोडिंग को प्रतिवर्ष 60 से 65 टन बढ़ाया जाये, ताकि बहुत जल्द नया कीर्तिमान देखने को मिले. दूसरी बात यह है कि दूसरे देशों की अपेक्षा भारतीय रेल का किराया तीन चौथाई कम है, इसके लिए रेलवे मंत्रलय को, रेल मंत्री व कैबिनेट को मिलकर सोचना चाहिए. वैगन को स्टेनलेस स्टील का बनाना चाहिए. इससे लदाई क्षमता बढ़ेगी. सीनियर डीओएम वेद प्रकाश ने प्रोजेक्टर के जरिये धनबाद मंडल का पूरा आंकड़ा दिखाया.
इस दौरान उन्होंने स्टेशन की स्थिति, लोडिंग प्वाइंट, ज्यादा लोडिंग वाले स्थान के बारे में भी बताया. रात को रेलवे ग्राउंड में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सेमिनार के अंत में जीएम ने धनबाद मंडल के 100 मिलियन से ज्यादा लदान करने के लिए धनबाद मंडल के सभी अधिकारियों को स्मृति चिन्ह सह प्रशस्ति पत्र प्रदान किया. डीआरएम ने सेमिनार में भाग लेने आये गणमान्य डेलीगेट्स को स्मृति चिन्ह प्रदान किया. इस मौके पर स्मारिका द सेंचुरी एक्सप्रेस का विमोचन किया गया.