रांची : डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि रांची के तत्वावधान में मंगलवार को प्रेमचंद जयंती के अवसर पर प्रेमचंद की प्रासंगिकता भारतीय संदर्भ में, विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गयी. मुख्य वक्ता पंकज मित्र ने कहा कि प्रेमचंद आज के समय में ज्यादा प्रासंगिक हैं. शाइनिंग इंडिया, शॉपिंग मॉल कल्चर और मेगा ट्रेड फेयर की चहल-पहल है.
आज किसानों की समस्या से ज्यादा तवज्जो फैशन प्रतियोगिता को दिया जा रहा है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ सत्यनारायण मुंडा ने कहा कि आज के समय में प्रेमचंद को स्मरण करना युग की आवश्यकता है. आज हमें कलम और कागज से लड़ने की जरूरत है. हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार ठाकुर ने कहा कि कृषक समस्या जहां भी है, प्रेमचंद वहां मौजूद हैं. इस अवसर पर डॉ यशोधरा राठौड़, डॉ नमिता सिंह, डॉ एनएन ओझा, डॉ पीपी महतो सहित अन्य लोग मौजूद थे.