रांची : हिनू स्थित शिशु सदन से लाये गये बच्चों को उनके अभिभावकों को सौंपा जायेगा. लेकिन, इससे पहले उन अभिभावकों का लीगल वेरिफिकेशन किया जायेगा. यानी उन्हें प्रमाण देना होगा की बच्चा उनका ही है. बुधवार को इस मामले को लेकर समाजसेवी मैरी तिर्की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के कार्यालय पहुंचीं. उनके साथ बच्चों के अभिभावक भी थे.
यहां श्रीमती तिर्की ने अभिभावकों की तरफ से सीडब्ल्यूसी को ज्ञापन सौंपा. साथ ही सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा वर्मा से आग्रह किया कि अभिभावक को बच्चे वापस कर दिये जायें. श्रीमती तिर्की ने बताया कि शिशु सदन से लाये गये बच्चों को सीडब्ल्यूसी उनके अभिभावकों को सौंप देगा.
इसके लिए अभिभावकों को आधार कार्ड की प्रति देनी होगी. श्रीमती तिर्की की मानें, तो ये बच्चे उनकी जिम्मेदारी पर अभिभावकों को सौंपे जायेंगे. इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंपा था. साथ ही जिला समाज कल्याण सचिव से भी मिली थी.
अभिभावकों के आवेदन की समीक्षा की जायेगी
सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन रूपा वर्मा ने बताया कि जब तक अभिभावकों की तरफ से आवेदन नहीं आयेगा, तबतक बच्चों को सौंप पाना मुश्किल है. उनका कहना है कि अभिभावकों द्वारा आवेदन दिये जाने के बाद उसकी समीक्षा होगी. इसके बाद बच्चों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. ज्ञात हो कि पिछले दिनों सीडब्ल्यूसी ने शिशु सदन से 22 बच्चों को अपनी कस्टडी में लिया था.
शिशु सदन से उन बच्चों को निकाल कर अलग-अलग बाल गृहों में रखा गया था. उसके बाद से ही अभिभावक अपने बच्चों को लेने के लिये लगातार सीडब्ल्यूसी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं.