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बांड की बाध्यता के कारण खाली रह गयी रिम्स पीजी की 39 सीटें

राजीव पांडेय रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में पीजी की सीटेंं बढ़ाने के बाद भी इस साल 39 सीटें खाली रह गयी हैं. राज्य सरकार द्वारा पीजी विद्यार्थियों द्वारा तीन साल का ग्रामीण क्षेत्र में सेवा देने का बांड भरने की बाध्यता के कारण नामांकन लेने में रुची नहीं दिखायी है. इसके […]

राजीव पांडेय
रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में पीजी की सीटेंं बढ़ाने के बाद भी इस साल 39 सीटें खाली रह गयी हैं. राज्य सरकार द्वारा पीजी विद्यार्थियों द्वारा तीन साल का ग्रामीण क्षेत्र में सेवा देने का बांड भरने की बाध्यता के कारण नामांकन लेने में रुची नहीं दिखायी है. इसके अलावा सीट रद्द होने पर 30 लाख का जुर्माना भी सीट खाली रहने की वजह है. ऑल इंडिया कोटा से नामांकन लेेनेवाले विद्यार्थी इसी कारण राज्य में नामांकन नहीं ले रहे हैं.
राज्य में इस साल से 11 सीट बढ़ाकर 194 कर दिया गया है. पहले पीजी की सीट रिम्स में 183 थी. आठ सीट सर्जरी, दो सीट इएनटी व एक सीट डीएनबी में बढ़ायी गयी है. जो सीटें खाली रह गयी हैं, उसमें नाॅन-क्लिनिकल विभाग की सीटें ज्यादा हैं. हालांकि, क्लिनिकल विभाग की महत्वपूर्ण विभाग की सीटें तुरंत भर गयी हैं. जिन विभागों की सीटें खाली रह गयी हैं, उनमें फार्माकोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री, फिजयोलॉजी, एफएमटी, एनाटोमी व डीटीएम विभाग की सीटें शामिल हैं.
झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा (जेसीइसीइ) के निर्देश पर हमारे यहां नामांकन होता है. सीटें खाली रह गयी हैं, जिसको जेसीइसीइ द्वारा भी भरा जा सकता है. विद्यार्थी ही नामांकन नहीं ले रहे हैं.
डॉ आरके श्रीवास्तव, डीन, रिम्स
विभागों में इतनी सीटों पर हुआ नामांकन
विभाग सीट
मेडिसिन 15
शिशु 6
आर्थोपेडिक 3
सर्जरी 24
आॅब्स एंड गायनी 9
इएनटी 5
आई 6
एनिस्थिसिया 4
स्किन 3
रेडियाेलॉजी 2
न्यूरो सर्जरी 1
पीएसएम 5
फिजियोलॉजी 3
एनाटोमी 3
पैथोलॉजी 11
माइक्रो 4
फार्माकोलॉजी 3
बायोकेमेस्ट्री 1
एफएमटी 1
डीटीएमएच 2
डीसीएच 8
डी-अार्थो 3
डीजीओ 10
डीएलओ 1
डीवीडी 6
डीएमआरडी 4
डीसीपी (डिप्लोमा इन पीडियेट्रिक) 4
डीए (डिप्लोमा इन एनिस्थिसिया) 2
डीओ (डिप्लोमा इन आइ) 6

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