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हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति जागरूक होना होगा : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू
युगांतर भारती : आड्रे हाउस में लगा पर्यावरण मेला रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि वर्तमान समय में हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति जागरूक होना होगा. पर्यावरण को ठीक करने की दिशा में सोचना होगा. आपसी सहयोग से ही हम प्रकृति को बचा सकेंगे. आज के दौर में विकास के साथ पर्यावरण […]
युगांतर भारती : आड्रे हाउस में लगा पर्यावरण मेला
रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि वर्तमान समय में हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति जागरूक होना होगा. पर्यावरण को ठीक करने की दिशा में सोचना होगा.
आपसी सहयोग से ही हम प्रकृति को बचा सकेंगे. आज के दौर में विकास के साथ पर्यावरण पर भी खास ध्यान देने की जरूरत है. हमें केवल सरकार या अन्य किसी संस्था पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि हर व्यक्ति की पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी होनी चाहिए.
आज हम स्वार्थी हो गये हैं. आज की सोचते हैं. कल की चिंता नहीं करते हैं. हर व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधा लगाये, ताकि आनेवाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रख सकें. राज्यपाल मंगलवार को आड्रे हाउस में आयोजित पर्यावरण मेला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहीं थी. इससे पूर्व उन्होंने मेला का उद्घाटन किया. मेला का आयोजन युगांतर भारती की ओर से किया गया है.
श्रीमती मुर्मू ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षा आज विश्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गयी है.आज हमें यह देखने की नितांत आवश्यकता है कि हम किस प्रकार अपने पर्यावरण की रक्षा करते हुए विकास का मार्ग अपना सकते हैं, जिससे दोनों के बीच संतुलन बना रहे. उन्होंने कहा कि धरती पर जीव जंतु का अस्तित्व बना रहे, इसके लिए मानव जाति को काम करना होगा. उद्योग जरूरी है, पर पर्यावरण का संतुलन बना रहे.
क्याेंकि पर्यावरण असंतुलन के कारण बेमौसम अतिवृष्टि, अनावृष्टि, सूखा, बाढ़ में वृद्धि हो रही है, जिसके कारण करोड़ों लोग प्रभावित हो रहे हैं. गंगा के साथ दामोदर, स्वर्णरेखा नदी प्रदूषित हो रही है. इस पर सरकार के साथ सबको सोचना होगा. उन्होंने कहा कि अगर जंगल नहीं बचा, तो जनजातियों का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा.
कार्यक्रम मेें स्वागत भाषण युगांतर भारती की अध्यक्ष मधु जी ने दिया. इसके पूर्व राज्यपाल व पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने परिसर में लगे स्टॉल का निरीक्षण किया और पर्यावरण से संबंधित विषयों की जानकारी ली. मौके पर पर्यावरणविद, अधिकारी व राजनीतिज्ञों ने भाग लिया. पर्यावरण मेला में ऋतु वर्मा का पंडवानी प्रदर्शनी भी हुआ.
नियम का पालन बड़ी चुनौती : परिहार
विशिष्ट अतिथि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन एसपी सिंह परिहार ने कहा कि प्रदूषण को लेकर कई नियम बने हैं, लेकिन उसका पालन सबसे बड़ी चुनौती है. इस पर हमें काम करना होगा. उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन पर सबको मिल कर काम करना होगा, ताकि जलवायु परिवर्तन को रोका जा सके. श्री परिहार ने कहा कि प्लास्टिक के इस्तेमाल से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है. इसलिए ऐसे प्लास्टिक का इस्तेमाल हो, जो मिट्टी में मिल जाये या उसका री-साइकिल हो.
जलवायु परिवर्तन के लिए हम सब जिम्मेवार: अर्जुन
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मंडा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के लिए हम सब जिम्मेवार हैं. हमें पर्यावरण विध्वंस के कारण को देखना होगा. यह बड़ा संकट होने जा रहा है श्री मुंडा ने कहा कि पर्यावरण को लेकर काफी चुनौतियां हैं.
उन चुनौतियों को सामने लाने की जरूरत है. अगर चुनौती व समस्याअों को समझेंगे, तभी उसका हल निकलेगा. उन्होंने कहा कि आज जलवायु परिवर्तन तेजी से हो रहा है. हमें जलवायु परिवर्तन के स्त्रोतों को जानना होगा. हम इसका कारण न बनें, इस सोचना होगा.
पर्यावरण पर खतरा मतलब हम पर खतरा : सरयू
खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि पर्यावरण पर खतरा का मतलब हम पर खतरा है. यह समझ कर हमें काम करना होगा. सरकार पर पर्यावरण को लेकर सबसे अधिक जिम्मेदारी है, पर हमें भी इस पर काम करना होगा.
सड़क बनती है, तो पेड़ों की कटाई होती है, पर ऐसा कोई रास्ता निकले कि इसका हल हो जाये. पेड़ कटे, लेकिन पेड़ लगे भी. श्री राय ने कहा कि सरकार व समाज समझे कि किस तरह चेतना जगा कर काम करना है. कानून है, तो उसका पालन कैसे हो.
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