21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रांची के प्रखर साइंस, शिवानी कॉमर्स में स्टेट टॉपर, बोकारो की सोनाक्षी आर्ट्स में अव्वल

रांची के प्रखर साइंस, शिवानी कॉमर्स में स्टेट टॉपर, बोकारो की सोनाक्षी आर्ट्स में अव्वल सीबीएसइ 12वीं का िरजल्ट जारी . बेटियां िफर रही आगे, नोएडा की मेघना बनीं नेशनल टॉपर सीबीएसइ की 12वीं कक्षा का रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिया गया. लड़कियों ने एक बार फिर बाजी मारी है. टॉप-3 में नौ विद्यार्थी […]

रांची के प्रखर साइंस, शिवानी कॉमर्स में स्टेट टॉपर, बोकारो की सोनाक्षी आर्ट्स में अव्वल

सीबीएसइ 12वीं का िरजल्ट जारी . बेटियां िफर रही आगे, नोएडा की मेघना बनीं नेशनल टॉपर
सीबीएसइ की 12वीं कक्षा का रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिया गया. लड़कियों ने एक बार फिर बाजी मारी है. टॉप-3 में नौ विद्यार्थी रहे, जिनमें सात लड़कियां हैं. इस बार लड़कों की तुलना में 9.32 प्रतिशत ज्यादा लड़कियां पास हुईं हैं. इस साल का ओवरऑल पासिंग परसेंटेज 83.01% रहा. सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में उत्तीर्ण प्रतिशत 84.48% और सरकारी स्कूलों में उत्तीर्ण प्रतिशत 84.39% है. केंद्रीय विद्यालय के 97.78 प्रतिशत और नवोदय विद्यालय के 97.07 प्रतिशत छात्र सफल रहे.
रांची : सीबीएससी 12 वीं में रांची के प्रखर कुमार ने राज्य में पहला स्थान लाया है. डीपीएस के छात्र प्रखर को 98 प्रतिशत अंक मिले हैं. डीपीएस धनबाद के सौरभ गोयल और पिट्स मॉर्डन स्कूल गोमिया की आरती कुमारी संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे. दोनों को 97.6 प्रतिशत अंक मिले हैं. वहीं, डीपीएस रांची की शिखा कुमारी 97.4 अंकों के साथ डीपीएस धनबाद के रोनित राज के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रही. साइंस में स्टेट टॉप टेन की सूची में कुल 19 विद्यार्थियों ने जगह बनायी है. इनमें 10 लड़कियां हैं. स्टेट टॉप फाइव में 10 विद्यार्थियों में छह लड़कियां हैं. स्टेट टॉप टेन की सूची में सर्वाधिक पांच बच्चे धनबाद के हैं. इसके बाद रांची और बोकारो के चार-चार बच्चों ने जगह बनायी है. सूची में जमशेदपुर से तीन, देवघर से दो और हजारीबाग से एक बच्चे को स्थान मिला है. Â बाकी पेज 19 पर
रांची के प्रखर साइंस…
कॉमर्स में रांची की आरएन शिवानी से राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है. डीएवी कपिलदेव की छात्रा शिवानी को 97.2 प्रतिशत अंक मिले हैं. दूसरे स्थान पर ऑक्सफोर्ड स्कूल रांची की अनीषा सिंह रही. अनीषा को 97 प्रतिशत अंक मिले हैं. हजारीबाग के संत जेवियर्स स्कूल के अनुभव झुनझुनवाला को भी 97 प्रतिशत अंक मिले हैं. अनुभव भी राज्य में दूसरे स्थान पर हैं. तीसरे स्थान पर तीन बच्चों ने जगह बनायी है. डीपीएस रांची की सोनम सिन्हा, चिन्मय विद्यालय बोकारो के सुधांशु कुमार और डीपीएस धनबाद की देवांशी जैन को संयुक्त रूप से 96.8प्रतिशत अंक मिले हैं. कॉमर्स में स्टेट टॉप टेन की सूची में भी 18 विद्यार्थियों ने जगह बनायी है. इनमें 10 लड़कियां हैं. स्टेट टॉप फाइव में 10 बच्चों को जगह मिली है, इनमें पांच लड़कियां हैं. स्टेट टॉप टेन की सूची में सर्वाधिक छह बच्चे बाेकारो से हैं. धनबाद से पांच और रांची से चार बच्चों ने जगह बनायी है. जमशेदपुर, हजारीबाग और चाईबासा से एक-एक बच्चे टॉप टेन में शामिल हैं.
आर्ट्स
आर्ट्स में बोकारो के पेंटी कास्टल एसेंबली स्कूल की सोनाक्षी विद्याधर राज्य में पहले स्थान पर रही. सोनाक्षी को 97 प्रतिशत अंक मिले हैं. दूसरे स्थान पर धनबाद पब्लिक स्कूल के श्रृष्ट वैभव, आरके मिशन विद्यापीठ देवघर के राजवीर और डीएवी सेक्टर चार बोकारो के सौरम माथुर माथुर संयुक्त रूप से रहे. तीनों बच्चों को 96.4 प्रतिशत अंक मिले हैं. तीसरे स्थान पर जेवीएम श्यामली रांची की मधुमिता और पेंटी कॉस्टल एसेंबली स्कूल बोकारो के प्रणय प्रेज महतो 96.2 अंक लाकर संयुक्त रूप से रहे. स्टेट टॉप टेन की सूची में 16 विद्यार्थियों ने जगह बनायी है. इनमें नौ लड़कियां हैं.
दिव्यांग श्रेणी में पटना की लावण्या थर्ड टॉपर : दिव्यांग श्रेणी में केरल के पल्लकड़ के रहने वाले विजय गणेश ने टॉप (98.4%) किया है. पटना की लावण्या झा ने इसी श्रेणी में तीसरा स्थान (97. 4%)प्राप्त िकया है. इस साल विदेशी स्कूलों में विद्यार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 94.94 रहा, जो पिछले वर्ष 92.02 प्रतिशत था.
ओवरऑल रिजल्ट
83.01
%
पिछले साल 82.02%
बढ़ा
.92%
बेटियां फिर अागे
88.31 %
78.99 %
.81%
.99%
95-100% अंक
90-95% अंक
12,737
72,599
विद्यार्थियों को
विद्यार्थियों को
स्टेट टॉपर्स
साइंस
प्रखर कुमार
डीपीएस,
रांची
98.0
कॉमर्स
अारएन शिवानी
डीएवी कपिलदेव,
रांची
97.2
आर्ट्स
सोनाक्षी विद्याधर
पेंटी कास्टल एसेंबली, बोकारो
97.0
आर्ट्स में िसटी टॉपर बनीं मधुमिता
मधुमिता
जेवीएम श्यामली
रांची
96.2
नेशनल
टॉप
06 लड़कियों ने बनायी टॉप थ्री में जगह कुल नौ विद्यार्थियों में
स्कूल प्राप्तांक
1. मेघना श्रीवास्तव स्टेप बाय स्टेप सीनियर सेकेंडरी, नोएडा 499
2. अनुष्का चंद्रा एसएजे स्कूल, वसुंधरा, गाजियाबाद, यूपी 498
3. चाहत बोधराज नीरजा मोदी स्कूल, मानसरोवर, जयपुर, राजस्थान 497
3. आस्था बांबा बीसीएम आर्य मॉडल स्कूल, शास्त्री नगर, लुधियाना 497
3. तनुजा कापरी गायत्री विद्यापीठ, शांतिकुंज, हरिद्वार 497
3. सुप्रिया कौशिक कैंब्रिज स्कूल, नोएडा 497
3. नकुल गुप्ता दिल्ली पब्लिक स्कूल, राजनगर, गाजियाबाद 497
3. क्षितिज आनंद एसएजे स्कूल, वसुंधरा, गाजियाबाद, यूपी 497
3. अनन्या सिंह मेरठ पब्लिक गर्ल्स स्कूल, शास्त्री नगर, मेरठ 497
खुश हों, सुधर रहे सरकारी स्कूल
सफल छात्रों को बधाई. अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वालों को निराश नहीं होना चाहिए. यह क्षण ऐतिहासिक है. सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है.
-प्रकाश जावड़ेकर, मानव संसाधन विकास मंत्री
टॉपर499
500
मेघना श्रीवास्तव नोएडा
स्कूल : नोएडा के
स्टेप बाई स्टेप स्कूल
विषय : मानविकी
आप कुछ खास नहीं करें, बस पूरे साल कठिन परिश्रम करते रहें. मैंने कभी ट्यूशन नहीं ली और न ही कभी तय घंटों के हिसाब से पढ़ायी की. आप मेहनत करते रहिए, तो इतने नंबर आ ही जायेंगे, जिसके लिए आपने पूरे साल पढ़ाई की. मैं यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया से आगे अपनी पढ़ाई करूंगी. -मेघना
2टॉपर
अनुष्का चंद्रा गाजियाबाद
स्कूल : एसएजे स्कूल, गाजियाबाद
विषय : मानविकी
नंबर कम आया, फेल हाे गये काेई बात नहीं, बहुत माैका मिलेगा
अनुज कुमार सिन्हा
सी बीएसइ 12 वीं का रिजल्ट शनिवार काे निकला. काेई सफल रहा, काेई असफल. जिन्हें अच्छे अंक आये, उनकाे बधाई, लेकिन याद रखिए, जिन्हें अच्छा अंक नहीं आया, किसी कारणवश फेल कर गये, वे बेकार नहीं हैं. ऐसी बात नहीं है कि उनमें प्रतिभा नहीं हैं. वे निराश न हाें. यह टिप्पणी टॉपर्स के लिए नहीं हैं, अच्छे अंक लानेवालाें के लिए नहीं हैं. यह उन बच्चाें के लिए है, जाे किसी कारणवश अच्छा अंक नहीं ला सके या असफल हाे गये आैर निराश हाे गये हैं. यह टिप्पणी उन अभिभावकाें के लिए हैं, जाे बच्चाें की परेशानी, उनकी पीड़ा, उनके तनाव काे नहीं समझते आैर भारी दबाव बनाते हैं. इतना भारी दबाव, जाे ये छात्र झेल नहीं पाते.
अभी 10वीं का रिजल्ट बाकी है. आइआइटी का रिजल्ट निकलेगा. मेडिकल का निकलेगा. स्वाभाविक है कुछ काे सफलता मिलेगी, कुछ असफल हाेंगे. छात्र इस बात काे गांठ बांध लें कि एक सफलता से आप हार नहीं मान लें. ऐसी बात नहीं है कि कम नंबर आने के बाद आपका जीवन खत्म हाे गया. आप कुछ नहीं कर सकते. अपने अंदर की ताकत काे पहचानिए. ईश्वर ने हर व्यक्ति के अंदर एक खास गुण दिया है. उस गुण काे तलाशिए. उसे आगे बढ़ाइए. ऐसी बात नहीं है कि सिर्फ मेडिकल या इंजीनियरिंग में ही कैरियर है. सैकड़ाें अन्य क्षेत्र हैं. देश-दुनिया में हजाराें ऐसे उदाहरण पड़े हैं जहां बार-बार असफल रहनेवालाें ने कमाल दिखाया है. इसलिए निराश हाेने की जरूरत नहीं है. जान सबसे कीमती है. इसकी रक्षा हाेनी चाहिए. परीक्षा में बैठने का माैका फिर मिल जायेगा, लेकिन एक बार जान चली गयी, ताे वह लाैट नहीं सकती. इसलिए मजबूत बनिए. मानसिक ताैर पर अाैर चुनाैतियाें का सामना कर उसे मात दीजिए.
यह सही है कि बच्चाें पर आज भारी तनाव है. अधिक से अधिक नंबर लाने के लिए. लगभग हर अभिभावक (साइंस पढ़नेवाला) चाहता है कि उसका बेटा (या बेटी) आइआइटी ही करे या डॉक्टर ही बने. कुछ अभिभावक अन्य क्षेत्राें में जाने के लिए बच्चाें पर दबाव डालते हैं. बच्चाें से उनकी इच्छा पूछी नहीं जाती कि वह क्या बनना चाहता है. बच्चाें पर अनावश्यक दबाव बनाया जाता है, दूसराें का उदाहरण दिया जाता है. बच्चाें का तनाव आैर बढ़ जाता है. रिजल्ट के माैके पर भूल कर भी बच्चाें पर दबाव मत बनाइए. वह पहले से ही चिंतित है. रिजल्ट के लिए पड़ाेसियाें आैर अन्य रिश्तेदाराें काे आज कल ज्यादा ही चिंता दिखती है. एक ताे नंबर कम आया,
उसके बाद सभी काे जबाव देते रहिए.यह उचित नहीं है. बच्चाें, ऐसे लाेगाें से रिजल्ट के समय दूरी बनाये रखें. आत्मविश्वास पर भराेसा करें. अगर आपकाे कम नंबर आ गया है ताे काेई पहाड़ नहीं टूट गया. आपकाे सिर झुकाने की जरूरत नहीं है. आपने मेहनत की. रिजल्ट अच्छा नहीं आया ताे इसमें खुद काे दाेषी मत मानिए. कई कारण हाे सकते हैं. मन अगर चिंतित हाे जाये, जब लगने लगे कि भविष्य खराब हाे जायेगा ताे देश-दुनिया के बेहतरीन उदाहरणाें काे याद कीजिए.
दुनिया के सबसे बड़े गणितज्ञ हुए हैं रामानुजम. जानिए उनके बारे में. वे 12वीं की परीक्षा में फेल हाे गये थे. उनकी स्कॉलरशिप बंद कर दी गयी थी. लेकिन वे हार नहीं माने. ऐसी खाेज की, जिसे दुनिया याद करती है. आइंस्टाइन सबसे बड़े वैज्ञानिक हुए. स्कूल में ग्रेडिंग इतना खराब था कि स्कूल से निकाल दिया गया था. थॉमस एडिशन काे स्कूल में शिक्षक ने कहा कि यह शरारती बच्चा है. कुछ सीख नहीं सकता. बाद में दाे बार नाैकरी से निकाला गया. उसी एडिशन ने बिजली का आविष्कार किया. बिल गेट्स (माइक्राेसॉफ्ट के मालिक) कई बार असफल हुए. अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन युद्ध में सेना की आेर से कैप्टन रैंक से लड़ने गये थे.
नंबर कम आया, फेल हाे गये…
प्रदर्शन खराब था आैर उन्हें डिमाेट कर सबसे नीचे का रैंक यानी प्राइवेट कर दिया गया. कई चुनाव हारे, लेकिन हार नहीं माने. अमेरिका के सबसे अच्छे राष्ट्रपति में एक. बाहर की बात छाेड़ दीजिए. इस देश के महानायक हैं अमिताभ बच्चन. रेडियाे से उन्हें खराब आवाज हाेने की बात कह कर छांट दिया था. लगातार 15 फिल्म फ्लॉप हुई, लेकिन अमिताभ हार नहीं माने. जब वे शिखर पर थे, उसके बाद दुबारा आफत आयी. उनकी कंपनी एबीसी डूब गयी, लेकिन अमिताभ उस असफलता से हार नहीं माने. आज देखिए, अमिताभ कहां खड़ा हैं.
भरे पड़े हैं कैरियर. ऐसी बात नहीं है कि सिर्फ टॉपर्स का ही भविष्य है, उन्हीं के पास पैसा है, उन्हीं की इज्जत है. सचिन तेंडुलकर काे क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. क्रिकेट काे अपना कैरियर बनाया. पढ़ाई सिर्फ 10वीं तक ही कर सके. लेकिन क्या पैसा-प्रतिष्ठा में काेई कमी आयी. मेडिकल में नामांकन के लिए क्या नहीं किया जाता. लेकिन क्रिकेटर लक्षमण काे देखिए. एमबीबीएस की पढ़ाई छाेड़ कर क्रिकेट काे कैरियर बनाया आैर नाम कमाया. इसलिए कम नंबर आना किसी की प्रतिभा का मापदंड नहीं है.
कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां आपके बच्चे बहुत अच्छा कर सकते हैं. हां, उन क्षेत्राें काे तलाशना हाेगा. लगातार प्रयास करना हाेगा. निराश हाेने से रास्ता नहीं निकलता. कमियाें काे पहचानिए आैर उन्हें दूर करिए. रिजल्ट के समय अभिभावक अपने बच्चाें के साथ खड़ा हाें. उनका मनाेबल बढ़ायें. उन्हें बतायें कि कम नंबर आने से काेई आसमान नहीं टूट जायेगा. फिर प्रयास करेंगे आैर अच्छा अंक लाकर दिखा देंगे. बच्चाें की भावनाआें काे समझिए, उनकी मर्जी का सम्मान कीजिए. हां, उन्हें अच्छे आैर गलत में फर्क जरूर बताइए लेकिन समय देख कर. ऐसा कर ही आप अपने बच्चाें का जीवन संवार सकते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें