रांची: झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ के आह्वान पर ऑटो चलाकों की हड़ताल मंगलवार को खत्म हो गयी. इस हड़ताल का आह्वान करनेवाले महासंघ के अध्यक्ष ने प्रशासन पर सभी ऑटो स्टैंड का ठेका उन्हें देने का दबाव बनाया.
उन्होंने बकायदा इस बावत लिख कर अपनी मांग प्रशासन के समक्ष रखी है. हड़ताल के दौरान लगभग तीन लाख लोगों को परेशानी हुई. हड़ताल करानेवाले संघ के अध्यक्ष दिनेश सोनी लगातार यह बात कह रहे थे कि निगम द्वारा शहर में जिन स्थलों पर ऑटो स्टैंड के लिए टेंडर निकाला गया है, उसे रद्द किया जाये. इसके लिए उन्होंने निगम सीइओ को ज्ञापन भी सौंपा है. ज्ञापन के अंतिम बिंदु में श्री सोनी ने निगम सीइओ के समक्ष मांग रखी है कि उन्हें राजधानी में ऑटो के लिए चिह्न्ति किये गये सभी स्टैंडों के संचालन का जिम्मा दिया जाये.
50 लाख में मांगे सभी स्टैंड
दिनेश सोनी ने निगम सीइओ से शहर के सभी ऑटो स्टैंडों को 50 लाख रुपये में देने की भी मांग रखी. निगम सीइओ द्वारा साफ कह दिया गया कि स्टैंडों का टेंडर अलग-अलग होता है. किसी एक व्यक्ति को स्टैंड दिया जाना संभव नहीं है. इसके बाद दबाव बनाने की रणनीति पर काम शुरू हुआ और हड़ताल शुरू कर दी गयी.