Advertisement
झारखंड में खुलेगी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी : सीएम रघुवर दास
रांची : झारखंड में जल्द ही नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी खुलेगी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार को इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी अमरकंटक के वाइस चांसलर प्रोफेसर टीवी कट्टीमनी से मुलाकात के दौरान इससे संबंधित घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में खुलनेवाली नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी होगी. प्रोफेसर टीवी कट्टीमनी ने कहा […]
रांची : झारखंड में जल्द ही नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी खुलेगी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार को इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी अमरकंटक के वाइस चांसलर प्रोफेसर टीवी कट्टीमनी से मुलाकात के दौरान इससे संबंधित घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में खुलनेवाली नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी होगी. प्रोफेसर टीवी कट्टीमनी ने कहा कि इसमें वह अपना हर संभव सहयोग देंगे.
देश का दूसरा राज्य होगा झारखंड : मुलाकात के दौरान सीएम ने कहा : जनजातीय विषयों व उनकी सांस्कृतिक परंपराओं पर अध्ययन के साथ ही ट्राइबल टूरिज्म, स्पोर्ट्स और नर्सिंग की पढ़ाई होगी. जनजातीय बहुल झारखंड ट्राइबल यूनिवर्सिटी खोलने वाला देश का दूसरा राज्य होगा. बजट में भी इससे संबंधित घोषणा की गयी थी. इसे लेकर केंद्र सरकार से अनुमति मांगी गयी है.
चिह्नित आवासीय उच्च विद्यालयों में पहाड़िया बच्चे ही पढ़ेंगे : सीएम ने निर्देश दिया है कि चिह्नित आवासीय उच्च विद्यालयों में पहाड़िया बच्चे ही पढ़ेंगे.
प्रोजेक्ट भवन में उन्होंने कहा : दुमका, पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज जिलों के वैसे अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालयों, जिनमें पूर्व से पहाड़िया समुदाय (पीवीटीजी) के बच्चे अध्ययनरत रहे हैं, उनमें राज्य स्तरीय नामांकन परीक्षा की प्रतीक्षा सूची में सम्मिलित अथवा पूर्व से अध्ययनरत केवल पहाड़िया समुदाय के बच्चों का ही नामांकन होगा.
झारखंड में 26.2 प्रतिशत है जनजातीय आबादी
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड में 3.29 करोड़ की आबादी है. इनमें 26.2 प्रतिशत जनजातीय आबादी है. झारखंड में जनजातीय समुदाय की साक्षरता दर मात्र 40.7 प्रतिशत ही है. अशिक्षित होने के कारण जनजातीय युवा मानव तस्करी के शिकार होते हैं.
कई सालों से हो रही थी मांग
झारखंड में ट्राइबल यूनिवर्सिटी खोलने की मांग पिछले कई वर्षों से हो रही है. ट्राइबल यूनिवर्सिटी खुलने से न सिर्फ जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि जनजातीय समुदाय का भी विकास होगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement