पूर्व विधायक पी कृष्णा प्रसाद, भारतीय किसान केंद्र के राज्य सचिव सुरजीत सिन्हा, उपाध्यक्ष प्रफुल्ल लिंडा, कोषाध्यक्ष विरेन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष सुफल महतो ने प्रेस को बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने संतोषी की मां कोयली देवी, दादी देवकी देवी, बहन गुड़िया देवी, चाचा नायक तथा पड़ोसियों से मुलाकात की. टीम ने पाया कि परिवार के पास न तो रहने का घर है, न ही आय का स्थायी स्रोत.
सिर्फ 12 डिसमिल जमीन है. परिवार को महीने में 10-12 दिन ही काम मिलता है. महिला को 100 तथा पुरुष को 150 रुपये प्रतिदिन मजदूरी मिलती थी. परिजनों ने टीम को बताया कि संतोषी की मौत भूख से हुई थी, न कि मलेरिया से. परिवार का राशन कार्ड (नं-202006991124) कोयली देवी के नाम से है. इस कार्ड पर अप्रैल 2017 से राशन नहीं मिला था. टीम के सदस्यों ने संतोषी के परिवार को 10 लाख मुआवजा, पक्का मकान, स्थायी रोजगार तथा पेंशन की व्यवस्था करने की मांग की है.