-मामला: बरियातू मतदान केंद्र के बूथ नंबर 292 का-
रांचीः डीएवी बरियातू स्थित मतदान केंद्र संख्या 292 पर सुबह 7.30 बजे संत जेवियर्स कॉलेज के पूर्व व्याख्याता सौरव कुमार वोट देने पहुंचे. वहां पहुंच कर उन्होंने पाया कि पीठासीन पदाधिकारी के पास उपलब्ध मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है. उन्होंने पीठासीन पदाधिकारी को परिचय पत्र दिखाया और कहा कि उनका नाम आयोग की वेबसाइट पर दर्ज है. सूची में उनका नाम है. एजेंटों के पास मौजूद सूची में भी उनका नाम है. इन तमाम दलीलों के बावजूद उन्हें वोट नहीं देने दिया गया. उन्होंने लगभग दो घंटे तक प्रयास किया. इसके बाद वे घर चले गये.
उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके जाजोरिया से उनके मोबाइल पर बात की. उन्हें सारी स्थिति से अवगत कराया. इस पर श्री जाजोरिया ने बताया कि आपका परिचय पत्र नौ मार्च के बाद बना है, लेकिन मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाया है. इसलिए इस बार आप वोट नहीं दे पायेंगे. इस पर भी श्री कुमार ने हार नहीं मानी. उन्होंने दिन के करीब 10 बजे भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त से उनके लैंडलाइन पर बात की. उन्हें पूरी स्थिति बतायी. इसके बाद आयोग के अधिकारियों ने झारखंड की मतदाता सूची में नाम को देखा. उन्हें बताया कि आप वोट दे सकते हैं. एआरओ ज्ञानेंद्र कुमार से संपर्क करने को कहा गया. तब तक आयोग के अधिकारी एआरओ को निर्देश दे चुके थे. जैसे ही श्री कुमार ने ज्ञानेंद्र कुमार को फोन किया, तो बताया गया कि कोई न कोई व्यवस्था की जायेगी ताकि, आप वोट सके. दिन के 11.30 बजे पुन: फोन आया कि आपके मतदान केंद्र पर पूरक मतदाता सूची भेज दी गयी है आप वोट दे सकते हैं. लगभग 12.30 बजे मतदान केंद्र पर जाकर उन्होंने अपना वोट दिया.
उन्होंने प्रभात खबर को बताया कि पीके जाजोरिया की बातों से वे हतोत्साहित हो गये थे, लेकिन मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने फौरन कार्रवाई की. इस पूरे प्रकरण में पांच घंटे बरबाद गये. उन्होंने देखा कि कई लोग बगैर वोट दिये बूथ से वापस लौट गये. उनका नाम मतदाता सूची में नहीं मिला, जबकि उनके पास मतदाता पहचान पत्र थे.