एक से तीन अक्टूबर तक मध्यप्रदेश के ग्वालियर में होनेवाले डीजी-आइजी कांफ्रेंस में साइबर क्राइम पर नकेल कसने का उपाय डीजी स्तर के अधिकारी तलाशेंगे. इस काफ्रेंस में सभी प्रदेश के डीजीपी के अलावा केंद्रशासित प्रदेश के डीजी, आइजी की पूरी टीम और केंद्रीय गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी सहित अन्य केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी भाग लेंगे. इस कांफ्रेंस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह संबोधित करेंगे.
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डीजी-आइजी कांफ्रेंस में छाया रहेगा साइबर क्राइम का मुद्दा
रांची : तेजी से बढ़ रहे साइबर क्राइम को लेकर सिर्फ झारखंड ही नहीं बल्कि दूसरे राज्य भी परेशान हैं. अधिकांश मामलों के तार झारखंड से ही जुड़ते रहे हैं. इस क्राइम से हर तबका परेशान है. यही वजह है कि साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए केंद्र के स्तर से उपाय तलाशने शुरू […]
रांची : तेजी से बढ़ रहे साइबर क्राइम को लेकर सिर्फ झारखंड ही नहीं बल्कि दूसरे राज्य भी परेशान हैं. अधिकांश मामलों के तार झारखंड से ही जुड़ते रहे हैं. इस क्राइम से हर तबका परेशान है. यही वजह है कि साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए केंद्र के स्तर से उपाय तलाशने शुरू कर दिये गये हैं.
कांफ्रेंस में मुख्य रूप से फाइनांशियल अपराध को कैसे रोका जाये, इसको लेकर अधिकारी मंथन करेंगे. इसमें साइबर अपराध भी अहम पार्ट होगा. इस मामले में जो बैठक होगी, उसकी अध्यक्षता झारखंड के डीजीपी डीके पांडेय करेंगे. जबकि इस बैठक में संयोजन की भूमिका केंद्रीय जांच एजेंसी आइबी के एडीजी रैंक के अधिकारी निभायेंगे.
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर में हो रहे डीजी-आइजी कांफ्रेंस के आयोजन के लिए सबसे पहले झारखंड का मंतव्य लिया गया था. लेकिन किसी वजह से इस कांफ्रेंस के आयोजन में झारखंड के स्तर से दिलचस्पी नहीं दिखायी गयी.
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