इस पर मंत्री पालाजोरी से अपने चार कार्यकर्ताअों के साथ रांची आये. यहां अपने आवास पर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की तथा वापस पालाजोरी लौट गये. राज्य सरकार द्वारा किराये पर लिये गये इस हेलीकॉप्टर का उड़ान खर्च तीन लाख रुपये प्रति घंटा है.
मंत्री का हेलीकॉप्टर इसी-135 करीब दो घंटे उड़ा. इस तरह इस उड़ान पर सरकार के छह लाख रुपये खर्च हुए. हालांकि झारखंड में सरकारी उड़ानों में शामिल लोगों के लिए कोई नियमावली नहीं है. इसलिए कोई मंत्री व सचिव अपनी मर्जी से लोगों को हेलीकॉप्टर में बैठा लेते हैं.