सोमवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी छाती ठोंक कर कहते थे कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा. यह भी एक जुमला बन गया. अमित शाह के बेटे जय शाह ने टेंपल इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी बनायी. वर्ष 2013-14 में कंपनी के पास 50 हजार रुपये थे. एक साल में कंपनी के पास 80 करोड़ रुपये आ गये. किसानों की आय दोगुनी तो नहीं हुई, लेकिन अमित शाह के बेटे की कंपनी की आय 16 हजार गुना हो गयी. एक निजी व्यक्ति के बचाव में केंद्र के एक मंत्री सामने आ गये. जिस मंत्री ने बचाव किया, उनके ही मंत्रालय से उस कंपनी को सरकारी कोष से पैसे दिये गये.
इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी के विकास की जय होनी चाहिए, लेकिन यहां तो अमित शाह के बेटे की जय हो रही है. भाजपा के कई नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप हैं. दरअसल भाजपा का यही इतिहास रहा है. जय शाह की कंपनी में किन-किन लोगों ने पैसे दिये, इसकी जांच होनी चाहिए.
इस कंपनी को आइडीआइ से भी पैसा मिला, इसके मंत्री पीयूष गोयल थे. डॉ अजय ने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार का तरीका बदल लिया है. इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए. संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, आलमगीर आलम, सुबोधकांत सहाय, राजेंद्र सिंह, डॉ सरफराज अहमद, केएन त्रिपाठी, गीता श्री उरांव, बन्ना गुप्ता आदि मौजूद थे.