मेडिको सिटी में एक ही कैंपस में मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, सुपर स्पेशियालिटी सेंटर, फार्मास्यूटिकल कॉलेज से लेकर अायुष मेडिकल कॉलेज भी होंगे. स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर इसे विकसित करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन(आरएफक्यू) जारी किया था. इसमें चार कंपनियों ने बिड डाला है.
मेडिको सिटी 70 एकड़ में डेवलप किया जायेगा, जिसमें विभाग जमीन उपलब्ध करायेगी और पूंजी निवेश निजी कंपनियों को करना होगा. यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में इसे विकसित किया जायेगा. बदले में सरकार 30 प्रतिशत मरीजों का इलाज अपने निर्धारित दरों पर करायेगी. वहीं, मेडिकल सीटों में भी 30 प्रतिशत सीट राज्य सरकार अपने लिए आरक्षित कराने की शर्त रखी है.
- 100 सीट एवं 500 बेड का मल्टी स्पेशियालिटी अस्पताल होगा À30 प्रतिशत बेड झारखंड सरकार द्वारा चयनित मरीजों के इलाज में रिम्बर्स होगा
- अन्य मरीजों को इलाज में बाजार दर के हिसाब से सेवा मिलेगी Àएडमिशन का 30 प्रतिशत सीट स्टेट कोटा के लिए आरक्षित होगा
- छह वर्षों तक सरकार राजस्व का पांच प्रतिशत लेगी और इसके बाद 10 प्रतिशत लेगी
फार्मास्यूटिकल कॉलेज(बी.फार्मा-60 सीट, एम. फार्मा-30 सीट) पारामेडिकल कॉलेज(डीएमएलटी, डीएमआरटी, डीसीसीटी, डीपीटी, डीआइपी आइसीयू टेक, डीआइपी इमरजेंसी एंड फस्र्ट एड, ओटी टेक, डीआइपी डायलिसिस टेक)
30 प्रतिशत सीट स्टेट कोटा के लिए आरक्षित होगा
डायबिटिक सेंटर-30 बेड
सेंटर फॉर क्रोनिक रेसपिराटरी डिजीज-50 बेड
ड्रग रिहैब-30 बेड
30 प्रतिशत बेड झारखंड के मरीजों के लिए आरक्षित होगा.