कांके: नगड़ी आदिवासी टोला के आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण मंगलवार को बीडीओ ज्ञान शंकर जायसवाल व सीडीपीओ रेणु रवि की टीम ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत किया. टीम को आंगनबाड़ी केंद्र का नया भवन बिना उपयोग हुए ही जर्जर मिला. नये भवन का उपयोग सेविका फुलकेरीया टोप्पो ने नहीं किया. वह किराये के मकान में केंद्र चलाती रहीं.
पंजी में 22 अगस्त को 22 बच्चे उपस्थित दिखाये गये, जबकि केंद्र में 12 बच्चे थे. नगड़ी मुसलिम टोला व चामा गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में भी पंजी में दर्ज उपस्थिति से कम बच्चे पाये गये. मामले में सेविका ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. बीडीओ ने उन्हें फटकार लगायी.
नौ बच्चों को पढ़ा रही थीं दो शिक्षिकाएं
राजकीय प्राथमिक विद्यालय चामा में एक ही कमरे में एक से पांचवीं तक की कक्षाएं चल रही थी. विद्यालय में 16 नामांकित बच्चे हैं. जिसमें से नौ उपस्थित थे. इन बच्चों को शिक्षिका शम्मा परवीन व मालती कच्छप पढ़ा रही थीं. मध्याह्न भोजन नहीं बना था और न ही विद्यालय भवन में कोई खाद्य सामग्री थी. स्कूल परिसर में गंदे पानी का जमाव था जो बदबू दे रहा था. शौचालय में ताला लटका हुआ था. जिस पर बीडीओ व अध्यक्ष ने नाराजगी जतायी. बीडीओ ने कार्यरत दो शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. निरीक्षण टीम में 20 सूत्री अध्यक्ष अभिषेक कुमार, इलियास अंसारी,धर्मेंद्र कुमार, संगीता कुमारी, सुमन प्रताप गांगुली व विभाग के पदाधिकारी शामिल थे.