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गोदाम में कैसे सड़ गया सैकड़ों बोरा अनाज अधिकारियों को देना पड़ेगा इसका जवाब : सरयू राय

रांची: मंत्री सरयू राय ने शुक्रवार को कडरू स्थित राज्य खाद्य निगम, एसएफसी के गोदाम का निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने पाया कि सैकड़ाें बोरा गेहूं व चावल सड़ गये हैं. गोदाम में अधिकारियों को उन्होंने इसके लिए फटकार लगायी. कहा इसका जवाब आप लोगों को देना होगा. इस अनाज से सैकड़ों लोगों की […]

रांची: मंत्री सरयू राय ने शुक्रवार को कडरू स्थित राज्य खाद्य निगम, एसएफसी के गोदाम का निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने पाया कि सैकड़ाें बोरा गेहूं व चावल सड़ गये हैं. गोदाम में अधिकारियों को उन्होंने इसके लिए फटकार लगायी. कहा इसका जवाब आप लोगों को देना होगा. इस अनाज से सैकड़ों लोगों की भूख मिटायी जा सकती थी.

पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री राय ने कहा कि काफी मात्रा में गेहूं व चावल सड़ गये हैं. यह किस योजना के तहत बांटे जानेवाले अनाज हैं, इस बाबत कागजात के साथ शनिवार को अधिकारियों को बुलाया है. गोदाम की हालत व अधिकारियों की लापरवाही इससे जाहिर होती है कि जो अनाज ठीक हैं, उसी के बगल में खराब अनाज रखे हुए हैं. कर्मचारी कहते हैं कि छत से पानी टपकता है. अगर गोदाम अच्छी स्थिति में नहीं है, तो इसे बंद कर देना चाहिए. राज्य खाद्य निगम मृत प्राय हो गया है. सचिव से इस बाबत जानकारी लूंगा. मुख्यमंत्री से जांच समिति बनाने को कहूंगा. झारखंड में भाजपा की सरकार बनने के बाद भी राज्य खाद्य निगम में कोई सुधार नहीं हुआ है. सरकार को कॉरपोरेशन का अधिग्रहण कर लेना चाहिए.

श्री राय ने कहा कि तीसरी बार वह यहां आ रहे है़ं विश्वास नहीं होता है कि अधिकारी इस तरह का लापरवाही कर सकते हैं. कर्मचारियों को यह भी जानकारी नहीं है कि गोदाम में कितनी मात्रा में अनाज है. जब से कॉरपोरेशन बना है, ऑडिट नहीं हुआ.
वर्ष 2010-11 से ही गोदाम में पड़ा है अनाज: लेखा कर्मी बसंत यादव ने कहा कि गोदाम में वर्ष 2010-11 से ही अनाज पड़ा हुआ है. यह अनाज एपीएल, पीडीएस मद का है. रोटेशन नहीं होने के कारण चावल सड़ गया है. वहीं प्रभार देने के समय विवाद होना भी एक कारण है. अनाज खराब होने की सूचना समय-समय पर पत्र के माध्यम से सीएमडी को दी जाती रही है.

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