उसने उत्तरपुस्तिका की फोटोकाॅपी के साथ रांची विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से इसकी शिकायत की है. शिकायत के छात्र ने यह कहा है कि बॉयोकेमेस्ट्री के प्रथम और द्वितीय पेपर के नंबर की अदला-बदली कर दी गयी है. वहीं, पेपर टू के प्रश्न तीन व चार की फिर से जांच करने की मांग की है. बावजूद छात्र की स्क्रूटनी नहीं की गयी. छात्र आज भी रांची विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसकी कोई सुननेवाला नहीं है.
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एमबीबीएस के छात्र के भविष्य से खिलवाड़, कॉपी जांचे बिना ही छात्र को किया फेल
रांची : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के एमबीबीएस सत्र-2014 के छात्र विजय कुमार को रांची विश्वविद्यालय ने फर्स्ट प्रोफेशनल (सप्लीमेंट्री) एग्जाम में फेल कर दिया है. खास बात यह है कि छात्र की उत्तरपुस्तिका जांचनेवाले परीक्षक ने किसी भी पन्ने पर सही-गलत का कोई निशान लगाये बिना मात्र 21 नंबर दे दिये हैं. मामला तब […]
रांची : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के एमबीबीएस सत्र-2014 के छात्र विजय कुमार को रांची विश्वविद्यालय ने फर्स्ट प्रोफेशनल (सप्लीमेंट्री) एग्जाम में फेल कर दिया है. खास बात यह है कि छात्र की उत्तरपुस्तिका जांचनेवाले परीक्षक ने किसी भी पन्ने पर सही-गलत का कोई निशान लगाये बिना मात्र 21 नंबर दे दिये हैं. मामला तब प्रकाश में आया, जब छात्र ने रांची विश्वविद्यालय से अपनी उत्तरपुस्तिका की फोटोकॉपी मांगी. छात्र ने ‘प्रभात खबर’ को भी उत्तरपुस्तिका की फोटोकॉपी उपलब्ध करायी है.
28 नवंबर को बॉयोकेमेस्ट्री की परीक्षा दी थी एमबीबीएस के छात्र ने : उत्तरपुस्तिका में अंकित तिथि के अनुसार छात्र ने 28 नवंबर 2016 को बॉयोकेमेस्ट्री फर्स्ट पेपर का एग्जाम दिया है. छात्र को उसमें 21 नंबर दिया गया है. जबकि विद्यार्थी को पास होने के लिए कम से कम 25 नंबर चाहिए. छात्र भी अपनी उत्तरपुस्तिका की प्रति देख कर भौचक रह गया.
रिम्स के डीन डॉ आरके श्रीवास्तव से सीधी बातचीत
क्या विद्यार्थी उत्तरपुस्तिका की प्रति निकलवा सकता है?
हां, पुनर्मूल्यांकन लिए विद्यार्थी को उत्तरपुस्तिका की प्रति उपलब्ध करायी जाती है.
क्या आपको जानकारी है कि छात्र की उत्तरपुस्तिका की जांच नहीं हुई है ?
छात्र शिकायत लेकर मेरे पास आया था, लेकिन मैने कॉपी नहीं देखी है. उसकी लिखित शिकायत को विश्वविद्यालय को भेज दिया है. परीक्षा नियंत्रक से मिलने के लिए भी कहा था.
ऐसे में तो मेडिकल स्टूडेंट की कॉपी की जांच पर सवाल उठ सकता है?
हर उत्तरपुस्तिका पर लाल स्याही से राइट या क्राॅस का निशान लगाने का नियम है. कॉपी जांचे बिना सीधे मुख्य पृष्ठ पर नंबर देना गलत है. अगर रांची विश्वविद्यालय में ऐसा नहीं किया जा रहा है, तो इसका पालन शुरू किया जाये.
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