कैफेटेरिया की जिम्मेदारी वर्तमान किचेन की व्यवस्था संभाल रही एजेंसी प्राइम सर्विसेज को दी जायेगी, जो मरीजों और डॉक्टरों का खाना एक ही किचेन में तैयार करेगी. मरीजों और डॉक्टरों का खाना एक साथ तैयार होने से मरीजों के खाने की क्वालिटी की जांच भी हो सकेगी.
मौजूदा समय में रिम्स के डाॅक्टर दोपहर में खाने के लिए अपने घर जाते है, क्योंकि रिम्स में उनके खाने के लिए अलग से कोई कैंटीन नहीं है. रिम्स किचेन में कैफेटेरिया बन जाने के बाद प्रबंधन डाॅक्टरों से आग्रह करेगा कि वे लंच समय घर जाने के बजाय यहीं खाना खायें.