रांची: विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने जिला प्रशासन द्वारा मतदाता सूची से नाम हटाये जाने के तरीके पर सवाल उठाया है. इसे एक बड़ी साजिश करार दिया है. सोमवार को अपने कांके रोड स्थित आवास पर संवाददाताओं को मतदाता सूची से गलत तरीके से नाम हटाये जाने के कई प्रमाण दिये. उन्होंने बताया कि विधानसभा का एक ड्राइवर भजन लहरी उनके साथ है. वह पिछले कई वर्षो से एक स्थान पर रह रहा है. 2009 में मतदाता सूची में उसका नाम था. हाल में जारी मतदाता सूची में उसकी पत्नी, बेटा और बेटी का नाम है.
भजन लहरी का नाम कैसे गायब हो गया. उसके पास मतदाता पहचान पत्र भी है. 2009 की सूची में उसका फोटोयुक्त नाम मतदाता सूची में है. भाग संख्या 272 में राम सिंह और उनकी पत्नी उषा देवी का नाम वर्ष 2009 में था. उनका आवास अभी तक वहीं है. वर्तमान सूची से दोनों का नाम हटा दिया गया है. जबकि दोनों के पास वोटर आइडी भी है.
बूथ 28 के बीएलओ की हो गयी है मौत : श्री सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि रांची विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 28 के बीएलओ की मौत हो गयी है. यहां अब तक नये बीएलओ की नियुक्ति नहीं हुई है. बूथ संख्या 27 के बीएलओ कई दिनों से छुट्टी पर हैं. इनके स्थान पर किसी को प्रभार नहीं दिया गया है. इनको जनता खोज रही है. ऐसे में कैसे मतदाता सूची में सुधार होगा.
एक षडयंत्र, चुनाव आयोग से करेंगे शिकायत : श्री सिंह ने कहा मतदाता सूची से नाम हटाये जाने को एक षडयंत्र बताया. रांची विधानसभा में पहले 86 हजार नाम हटाया जा चुका है. अभी 50 हजार नाम हटाये जाने की बात है. यह एक साजिश के तहत हो रहा है. इसकी शिकायत भारत सरकार के निर्वाचन आयोग से करेंगे. उनको प्रमाण भी देंगे. आरोपी पदाधिकारियों को चुनाव से अलग रखने की मांग भी करेंगे. उन्होंने कहा कि 2009 में रांची जिले में तीन लाख 57 हजार मतदाता थे. जनसंख्या बढ़ने के बावजूद यह घट कर दो लाख 97 हजार हो गया है. इसे दो लाख 30 हजार करने की योजना है.