23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रमजान माह का तीसरा जुमा आज, विशेष तैयारी

रमजान माह के तीसरे जुमे की नमाज शुक्रवार को अदा की जायेगी. शुक्रवार से रमजान का तीसरा असरा जहन्नम से आजादी का असरा भी शुरू हो रहा है. अस्र की नमाज के बाद से लोग एतेकाफ के लिए मसजिदों में जाने लगेंगे, जहां वे चांद होने तक रुकेंगे. चांद नजर आने के बाद वे मसजिदों […]

रमजान माह के तीसरे जुमे की नमाज शुक्रवार को अदा की जायेगी. शुक्रवार से रमजान का तीसरा असरा जहन्नम से आजादी का असरा भी शुरू हो रहा है. अस्र की नमाज के बाद से लोग एतेकाफ के लिए मसजिदों में जाने लगेंगे, जहां वे चांद होने तक रुकेंगे. चांद नजर आने के बाद वे मसजिदों से बाहर आयेंगे. इससे पहले तक अधिक से अधिक समय इबादत में गुजारेंगे. इधर, तीसरे जुमे की नमाज में अत्यधिक भीड़ होगी.
इसको लेकर कई मसजिदों में विशेष व्यवस्था की गयी है. तीसरे जुमे को एतेकाफ, तीसरे असरा के महत्व व जकात सहित अन्य विषयों पर तकरीर होगी. 23 जून को अलविदा जुमे की नमाज अदा की जायेगी . इमारते शरिया के मुफ्ती मौलाना अनवर कासमी ने कहा कि रमजान का आखिरी 10 दिन सबसे अधिक कीमती है. इन 10 दिनों में एक भी पल बेवजह जाया न करें. अधिक से अधिक इबादत करें अौर अपने गुनाहों से तौबा करें. नेकी का काम करें. शुक्रवार से ही आखिरी असरा भी शुरू हो रहा है, इसलिए इसकी महत्ता अौर बढ़ गयी है .
22 को शब-ए-कद्र की रात, विशेष महत्व
एदारे शरिया के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा कि शुक्रवार से एतेकाफ शुरू हो जायेगा. 22 जून को शब-ए-कद्र की रात है. इस दिन रात में इबादत करने का विशेष महत्व है.
इसी दिन अल्लाह ने कुरान शरीफ को धरती पर उतारा था. इस रात की इबादत को 1000 महीनों की इबादत से बेहतर माना गया है. 10 दिन पूरे तरीके से इबादत में डूब जाने का दिन है. हर छोटे-बड़े गुनाहों की माफी मांगें अौर प्रण करें कि हमसे कोई गुनाह न हो. उन्होंने कहा कि जिसके पास साढ़े 52 तौला चांदी अथवा उसके बराबर का पैसा है वो मालिके नेसाब है. उन्हें जकात व फितरा अदा करना जरूरी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें