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सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया
आयाेजन. राजधानी में भारत मुंडा समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन रांची : भाषा, संस्कृति, पहचान और अस्तित्व की रक्षा के संकल्प के साथ भारत मुंडा समाज का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को मोरहाबादी में संपन्न हुआ. इस मौके पर झारखंड, बंगाल, ओड़िशा, असम अौर अन्य प्रदेश के मुंडा समाज के प्रतिनिधियों की उपस्थिति […]
आयाेजन. राजधानी में भारत मुंडा समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन
रांची : भाषा, संस्कृति, पहचान और अस्तित्व की रक्षा के संकल्प के साथ भारत मुंडा समाज का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को मोरहाबादी में संपन्न हुआ.
इस मौके पर झारखंड, बंगाल, ओड़िशा, असम अौर अन्य प्रदेश के मुंडा समाज के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन को वापस लेने समेत 19 प्रस्ताव पारित हुए. इसके अलावा समाज की सौ सदस्यीय कोर कमेटी के सदस्य अौर नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पूर्व इनकम टैक्स कमिश्नर एतवा मुंडा के नाम की घोषणा हुई. सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा उपस्थित थे. सम्मेलन में मुंडा समाज के नये झंडे को भी जारी किया गया.
ये प्रस्ताव हुए पारित : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन को वापस लेने (इन कानूनों में भविष्य में कोई भी संशोधन से पहले समाज के लोगों से सहमति लेने की बात कही गयी), मुंडारी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, झारखंड, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश में मुंडा बहुल क्षेत्रों में प्राइमरी से लेकर महाविद्यालय स्तर तक शिक्षा में मुंडारी भाषा को शामिल करने, पड़हा, धुमकुड़िया व गीतिअोड़ा भवन का निर्माण प्रत्येक गांव में करने, मुंडारी भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति प्राथमिक से लेकर स्नातकोत्तर तक करने व जनजातीय कल्याण सांस्कृतिक धरोहर केंद्र की स्थापना का प्रस्ताव पारित किया गया. इसके अलावा जनजातीय परामर्शदातृ परिषद का अध्यक्ष जनजातीय समुदाय के व्यक्ति को ही बनाने सहित अन्य प्रस्ताव पारित किये गये.
मुंडा समाज को सही दिशा देने की जरूरत : अर्जुन
पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट पूर्वजों के संघर्ष से मिला है. अनुसूचित क्षेत्रों की डेमोग्राफी में परिवर्तन करने अौर उस इलाके को अनुसूचित क्षेत्र से बाहर करने का प्रयास सफल नहीं होने देंगे. मुंडा समाज को संगठित अौर मजबूत कर सही दिशा देने की जरूरत है.
हम इस इलाके के सबसे प्राचीन समुदाय अौर संस्कृति के सदस्य हैं.डॉ सत्यनारायण मुंडा ने कहा कि हमारे समक्ष यह चुनौती है कि कैसे हमारा अस्तित्व बचा रह सके. आज दुनिया के सभी लोगों का अस्तित्व प्रकृति की रक्षा से ही बचेगा. पूर्व विधायक दुती पाहन ने कहा कि मुंडा समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है अौर अब ऐसा लगता है कि हम भटक गये हैं. हमें आर्थिक, राजनीतिक रूप से अौर सशक्त होना होगा.
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