रैयत विस्थापितों ने सड़क और चहारदीवारी निर्माण का किया विरोध, कहा
अधिग्रहित जमीन से बाहर बनाया गया है सड़क व चहारदीवारी
भूमि क्षेत्र की अमीन से करायी गयी मापी
उरीमारी : रैयत विस्थापित मोरचा ने सीसीएल प्रबंधन द्वारा पोटंगा के पुनर्वास स्थल उरीमारी जामुन टोला से पारगढ़ा तक सड़क और चहारदीवारी निर्माण का विरोध किया है. गुरुवार को रैविमो प्रतिनिधिमंडल क्षेत्रीय अध्यक्ष सूरज बेसरा के नेतृत्व में प्रबंधन द्वारा बनवाये जा रहे सड़क व चहारदीवारी निर्माण से सटे क्षेत्रों की भूमि की मापी करायी गयी. रैविमो प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सीसीएल प्रबंधन द्वारा पुनर्वास स्थल व खनन के लिए अधिग्रहित जमीन से बाहर निकल कर सड़क और चहारदीवारी बनाया गया है. सीसीएल प्रबंधन द्वारा इस जमीन का कोई मुआवजा नहीं दिया गया है. रैयतों की जमीन को हड़पने की कोशिश हो रही है. रैविमो ने सड़क और चहारदीवारी निर्माण को रोकने की मांग की है.
इस जमीन पर है रैयतों का विरोध
विस्थापितों का आरोप है कि खाता नंबर 30 का प्लॉट नंबर 74, 246 का लगभग एक एकड़, खाता नंबर 10 व 22 का लगभग पांच डिसमिल, खाता नंबर 68 व 33 का 44 डिसमिल, खाता नंबर 43, 74, 77, 76 का एक एकड़ 48 डिसमिल, खाता नंबर 29, 55, 46 का तीन एकड़, खाता नंबर 29, 55, 46 का जमीन सीसीएल द्वारा कब्जा कर पुनर्वास के लिए रोड और घर के लिए प्लॉट देने का काम किया गया है. जिनलोगों के जमीन इसमें जा रहा है, उनमें जीतन मुंडा, हांदू मुंडा, रमेश, रवि, सूरज बेसरा, बिंदेश्वर मुंडा, मनेश्वर मुंडा, चंद्रदेव मुंडा, सोहराय मुंडा, लालू मुंडा आदि शामिल हैं.