रामगढ़ : प्रखंड कार्यालय रामगढ़ के सभागार में शुक्रवार को जिलास्तरीय सत्र 2015 के खरीफ कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन अतिथियों ने दीप जला कर किया गया. कार्यशाला में मुख्य रूप में संयुक्त कृषि निदेशक उतरी छोटानागपुर प्रमंडल प्रणय मेनोस एक्का, जिला कृषि पदाधिकारी सुरेंद्र सिंह, परियोजना निदेशक मुकेश कुमार सिन्हा, वैज्ञानिक हॉली क्रॉस कृषि विज्ञान केंद्र डॉ एसएन चौधरी, डॉ राधव उपस्थित थे.
मौके पर संयुक्त कृषि निदेशक एक्का ने कहा कि जिला में 80 प्रतिशत आबादी कृषि पर आश्रित है. खरीफ मौसम में ही अधिकांश भू-भाग पर खेती का प्रचलन है. अन्य मौसम में पर्याप्त सिंचाई के लिए पानी की कमी होती है. उन्होंने कहा कि धान की खेती के साथ दलहन व तेलहन की खेती को बढ़ावा देने की जरूरत है.
जिला कृषि पदाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि इस वर्ष रामगढ़ जिला में कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए कुल 2150 हेक्टेयर में बीजीआरइआइ योजना का कियान्वयन किया जायेगा. इस योजना के अंतर्गत कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए कृषि यंत्रों को अनुदान पर किसानों को उपलब्ध करायी जानी है.
परियोजना निदेशक श्री सिन्हा ने कहा कि कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, विषय वस्तु विशेषज्ञ, जनसेवक, कृषक मित्र व कृषकों को कदम से कदम मिला कर आगे बढ़ने का संकल्प लेना होगा. उन्होंने कहा कि बैंको के माध्यम से केसीसी की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जानी है. उन्होंने कहा कि हाइब्रीड खेती के साथ पारंपरिक बीजों को अपनाने व जैविक खेती को बढ़ावा देना है.
मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी चितरपुर अनिल कुमार महतो, ज्ञानमणी किंडो, अलमा पकरालिया लकड़ा, पुष्पा एक्का, राममोहन रस्तोगी, रविंद्र कुमार सिन्हा, विकास कुमार, देवांशु शेखर, शैलेंद्र कुमार, सत्येंद्र कुमार, मालती चौधरी, व्यापार मंडल अध्यक्ष सर्वेश सिंह, विनीता कुमारी सहित अनेक लोग मौजूद थे.