उधर कोटा आवंटन नहीं मिलने पर डीओ धारकों व लिफ्टरों ने प्रबंधन का जमकर विरोध किया. इनका कहना था कि प्रबंधन द्वारा हमेशा मनमानी रवैया अपनाया जाता है. साथ ही जान बूझकर डीओ धारकों को क्षति पहुंचायी जा रही है. पिछले चार दिनों से डीओ होल्डरों के सेल ऑर्डर का रिलीज करने में भी आनाकानी बरती जा रही है. डीओ होल्डरों का कहना था कि इन्हें कोयला उठाव के लिए महज 45 दिन दिया जाता है.
वहीं प्रबंधन द्वारा कई दिन कांटा घर बंद रखा जाता है. साथ ही सेल ऑर्डर भी नहीं दिया जाता है. ऐसी स्थिति में डीओ धारक अपना कोयला नहीं बेच पा रहे है. जिससे डीओ होल्डरों में प्रबंधन के प्रति रोष है. उधर प्रबंधन का कहना है कि कर्मचारी के अभाव के कारण डीओ धारकों को कोटा आवंटन नहीं किया जा सका.