रिवर साइड में दो स्थानों पर कोल डिस्पैच के लिए उरीमारी से सौंदा बी साइडिंग तक अलग सड़क के लिए होगा सर्वे
उरीमारी : सीसीएल सौंदा के पास पतरातू डैम से आनेवाली पाइप लाइन को बदला जायेगा. इसके लिए 20 जुलाई को टेंडर होगा. यह निर्णय बुधवार को महाप्रबंधक बरका-सयाल प्रकाश चंदा व एनसीओइए के साथ हुई 25 सूत्री एजेंडा बैठक में लिया गया. एजेंडा बैठक में यह भी तय हुआ कि उरीमारी व बिरसा परियोजना से सौंदा बी साइडिंग तक हाइवा से होनेवाले कोल डिस्पैच के लिए अलग रोड बनाने के लिए एरिया सर्वे आफिसर को सर्वे करने की जिम्मेवारी दी गयी है.
प्रबंधन ने बताया कि भुरकुंडा से लेकर सयाल-उरीमारी तक सड़क बनने के लिए टेंडर हो चुका है. इस सड़क पर सिर्फ छोटी गाड़ियां चलेंगी. कोयला डिस्पैच के लिए अलग सड़क बनाने के लिए प्रबंधन विचार कर रही है. कायाकल्प के तहत मार्च 2018 तक प्रक्षेत्र के सभी क्वार्टरों की रिपेयरिंग और सभी कार्य पूरा करा लिया जायेगा. सर्वे करा लिये गये सभी मजदूरों के क्वार्टरों का काम किया जायेगा.
पानी की समस्या से जूझ रहे भुरकुंडा रिवर साइड के ठाकुर मेडिकल हॉल और ऑफिसर्स कॉलोनी के पास दो समरसेबुल पंप लगाया जायेगा. तीसरा समरसेबुल सयाल की माइनर्स कॉलोनी में लगाया जायेगा.मजदूरों के वेतन भुगतान में देरी के बाबत प्रबंधन ने कहा कि अब से महीने की पहली तारीख को भुगतान कर दिया जायेगा.
उरीमारी व सयाल डिस्पेंसरी में अतिरिक्त डॉक्टर, सभी कॉलोनियों में लाइट की व्यवस्था पर ध्यान दिया जायेगा. बैठक में महाप्रबंधक के अलावा बिरसा पीओ बीबी मिश्रा, एसओपी एसके सिंह, एसओसी वीएन वर्मा, एसपी राय, आरआर श्रीवास्तव, शिशिर गर्ग, वरुण कुमार, यूनियन के जोनल सचिव पीडी सिंह, बासुदेव साव, आरएन सिंह, गोपाल यादव, अशोक वशिष्ट, संजय, अनिरुद्ध सिंह, राजेंद्र सिंह, बैजनाथ राय, सत्यनारायण ठाकुर, बैजनाथ सिंह, रवींद्र विश्वकर्मा, असीम धर उपस्थित थे.