लेवी की राशि को लेकर हुए विवाद में हुई वारदात
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साथियों ने ही इनामी माओवादी अजय यादव समेत तीन को मारा था
लेवी की राशि को लेकर हुए विवाद में हुई वारदात अजय यादव अपने दस्ते के साथ मोहम्मदगंज के घोड़नही जंगल में रुका था मेदिनीनगर : इनामी माओवादी सब जोनल कमांडर अजय यादव सहित तीन माओवादी अपने साथियों के हाथ से ही मारे गये. यह वारदात लेवी की राशि को लेकर हुए विवाद का प्रतिफल है, […]
अजय यादव अपने दस्ते के साथ मोहम्मदगंज के घोड़नही जंगल में रुका था
मेदिनीनगर : इनामी माओवादी सब जोनल कमांडर अजय यादव सहित तीन माओवादी अपने साथियों के हाथ से ही मारे गये. यह वारदात लेवी की राशि को लेकर हुए विवाद का प्रतिफल है, क्योंकि घटना की रात अजय यादव के साथ उसके साथियों की तीखी नोक-झोंक हुई थी. सब जोनल कमांडर अजय यादव की एक आदत थी कि वह सहयोग करने वाले या फिर लेवीदाताओं से पैसा लेकर उसे बहुत दिनों तक याद नहीं रखता था और ना ही कभी किसी साथी की मदद में ही खड़ा होता था.
वह सिर्फ अपने लिए सोचता था और खुद संपत्ति बनाने में लगा था. यही कारण है कि उसके साथी अजय पर विश्वास नहीं करते थे. पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने बताया कि गुरुवार की रात सब जोनल अजय यादव अपने दस्ते के साथ मोहम्मदगंज के घोड़नही जंगल में रुका हुआ था. दस्ता में 17 से 18 लोग थे. जो अलग-अलग तीन गुटों में बंटकर सोये हुए थे.
पकड़ा गया उदय उरांव ने पुलिस के समक्ष जो बताया है उसके मुताबिक गुरुवार की शाम अजय यादव के साथ कालिका, रमण, एनुल उर्फ गोविंद व रवींद्र मेहता का लेवी को लेकर विवाद हुआ था. कालिका,रमण आदि का कहना था कि लेवी की जो राशि आ रही है, उसका कोई पता नहीं चल रहा है. जो ठेकेदार पैसे दे रहे हैं, उसके बारे में भी यह कहा जा रहा है कि पैसा नहीं आया है. आखिर ऐसे कैसे चलेगा. इस विवाद के बाद लोग अलग-अलग स्थान पर सोने चले गये थे. रात में उदय ने गोली की आवाज सुनी. उसके बाद यह देखा की बाकी लोग भाग रहे हैं और तीन लोग पड़े हुए हैं. इसके बाद वह भी भाग रहा था, इसी दौरान वह पकड़ा गया.
अजय यादव ने बनायी थी ग्रामीण पार्टी कमेटी
सब जोनल कमांडर रहते अजय यादव ने गांव स्तर पर ग्रामीण पार्टी कमेटी बनायी थी. इस कमेटी में शामिल लोग अजय यादव को सहयोग करते थे. सूचना देते थे. कमेटी में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी सूची पुलिस के हाथ लगी है. पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने बताया कि इस सूची में शामिल लोगों की गतिविधियों पर पुलिस नजर रखेगी. साथ ही इसका सत्यापन भी किया जायेगा. क्योंकि कमेटी में वैसे लोगों को शामिल किया गया था जो अजय के विश्वास पात्र थे. साक्ष्य मिलने पर वैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी, क्योंकि इस कमेटी में जो लोग भी शामिल हैं, वह बंदूक के बल पर व्यवस्था परिवर्तन करने के हिमायती है. इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.
मिली लेवीदाताओं की सूची
पुलिस के हाथ लेवीदाताओं की सूची भी लगी है. कहा जाता है कि लेवी की राशि का ज्यादातर पैसा अपने पास ही रहे, इसके लिए लेवीदाताओं के सूची को कभी भी संगठन के बीच अजय यादव सार्वजनिक नहीं करता था. वह हमेशा अपने साथ लेवीदाताओं की सूची रखता था. पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने बताया कि सर्च अभियान के दौरान पुलिस को लेवीदाताओं की सूची मिली है. इसकी छानबीन शुरू कर दी गयी है, जो लोग माओवादियों को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं, वैसे लोगों पर कार्रवाई होगी. बताया गया कि गांव स्तर पर जमीन का जो विवाद रहता है, उसे सुलझाने के नाम पर भी माओवादियों द्वारा रकम की वसूली की जाती है.
आधुनिक तकनीक से भी जुड़ रहे हैं
मोहम्मदगंज के घोड़नाही में तीन माओवादियों के मारे जाने के बाद वहां जो समान बरामद किये गये हैं, उसमें सिनपैक्स कंपनी का एक पावर बैंक मिला है, जो विस्फोट की घटना को अंजाम देने में प्रयोग किया जाता है. यह चार्जर का काम करता है. एक बार चार्ज होने से यह कई दिनों तक प्रयोग में रहता है. एसपी इंद्रजीत माहथा ने बताया सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. यह देखा जा रहा है कि तीन माओवादियों की हत्या में कौन-कौन शामिल था. पकड़े गये माओवादी उदय उरांव को पुलिस रिमांड पर लेगी.
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