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मियाद हुई पूरी, नहीं उठा कचरा

मेदिनीनगर : चैनपुर मार्ग पर कोयल नदी पुल के पास मेदिनीनगर नगर पर्षद ने जो कचरा डंप किया है, उससे मलेरिया फैलने की आशंका है. महामारी भी फैल सकती है. मलेरिया विभाग के इस आशंका के बाद भी कचरा को हटाने के लिए कोई पहल नहीं की गयी है. इतना ही नहीं नगर पर्षद की […]

मेदिनीनगर : चैनपुर मार्ग पर कोयल नदी पुल के पास मेदिनीनगर नगर पर्षद ने जो कचरा डंप किया है, उससे मलेरिया फैलने की आशंका है. महामारी भी फैल सकती है. मलेरिया विभाग के इस आशंका के बाद भी कचरा को हटाने के लिए कोई पहल नहीं की गयी है.

इतना ही नहीं नगर पर्षद की अध्यक्ष पूनम सिंह ने चार दिन पहले यह कहा था कि तीन दिन के अंदर कचरा हटेगा. इसे लेकर उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देशित किया है. लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. कचरा वहीं पर पड़ा हुआ है. आमलोगों को इससे परेशानी हो रही है. इधर सफाई को लेकर गंभीरता दिखाते हुए नगर पर्षद बोर्ड ने जो कमेटी बनायी थी. कमेटी के सदस्य लाचार दिख रहे हैं. उनका कहना है कि सफाई निरीक्षक कुछ सुनते नहीं, ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि हालात ऐसे रहे, तो कैसे सच होगा स्वच्छ और सुंदर मेदिनीनगर का सपना?रिमांइडर भेजेंगे : पूनम सिंहनगर पर्षद की अध्यक्ष पूनम सिंह का कहना है कि यह सही है कि गंदगी के कारण शहर की सूरत बिगड़ गयी है.

कुछ दिन पूर्व उन्होंने नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी को इस मामले पर गंभीर होकर कार्य करने को कहा था, लेकिन इसके बाद भी कचरे का उठाव नहीं हुआ है. इसे लेकर वह पुन: कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखकर रिमांडर देंगी.बनी कमेटी, नहीं सुन रहा है कोई बातशहर साफ और सुंदर रहे, इसके लिए नगर पर्षद बोर्ड की बैठक पांच वार्ड पार्षदों की एक कमेटी बनायी गयी थी. इस कमेटी में वार्ड पार्षद धीरज राज प्रसाद, हिरामणि राम, कविता पांडेय, कामेश्वर प्रसाद व कविता देवी को शामिल किया गया था.

कमेटी के लोगों की यह शिकायत है कि जब वे लोग सफाई से जुड़े मामलों की जानकारी लेने नगर पर्षद की सफाई कार्यालय जा रहे हैं, तो सफाई निरीक्षक यह कह रहे हैं कि आपलोगों का काम सिर्फ शहर भ्रमण कर यह देखना है कि सफाई हो रही है या नहीं, इसके अलावा जो भी जानकारी लेनी है, या शिकायत करना है, तो सीधे कार्यपालक पदाधिकारी से मिल कर करें. कमेटी के लोगों का कहना है कि उनलोगों को सफाई कार्यालय के बारे में कुछ जानकारी चाहिए थी, सीधे तौर पर सफाई निरीक्षक ने कहा कि वह कोई जानकारी नहीं दे सकते हैं.

इस पूरे मामले की जानकारी कमेटी के लोगों ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अजय साव को लिखित रूप में दी है, जिसमें यह आरोप लगाया है कि सफाई निरीक्षक शहर के सफाई के प्रति कम और सफाई कार्यालय के व्यवस्था को देखने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं.प्राचार्य ने उपायुक्त के समक्ष रखी समस्यागिरिवर स्कूल के प्राचार्य के लगातार पत्र लिखने के बाद भी समस्या दूर नहीं हुई है, इस मामले को लेकर गिरिवर स्कूल के प्राचार्य चंद्रबली चौबे ने उपायुक्त अमित कुमार के समक्ष विद्यालय की समस्या रखी.

उन्होंने कहा कि विद्यालय के पीछे जो कचरा डंप किया गया है, उससे परेशानी हो रही है. इसलिए इसे दूर किया जाये. उपायुक्त ने इस मामले में कार्रवाई का भरोसा दिया है.बीत गया स्वच्छता सप्ताहनगर पर्षद ने 25 अगस्त से लेकर तीन सितंबर तक स्वच्छ भारत कार्यक्रम चलाया गया. इसके तहत सभी वार्डों में अभियान चला, लेकिन सफाई अभियान नहीं चला. लोगों का कहना है कि इस स्वच्छता सप्ताह को केवल शौचालय निर्माण तक फोकस कर दिया गया. शहर खुले शौच से मुक्त हो, इसके लिए लोगों को जागरूक किया गया, पर सड़कों के किनारे जो गंदगी है, वह कैसे हटेगी, इसके बारे में कोई ठोस पहल नहीं. गौरतलब है कि अक्तूबर 2016 तक शहर को खुले शौच से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है.

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