मेदिनीनगर : चतरा सांसद इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि कभी भी ओछी राजनीति करने का प्रयास नहीं किया. पांकी विधायक द्वारा मनातू चक रोड निर्माण को लेकर उन पर जो सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का आरोप लगाया गया है, वह पूरी तरह से गलत है.
जहां तक मनातू चक रोड निर्माण कार्य का सवाल है, तो उन्होंने इसलिए दशहरा के अवसर पर क्षेत्र की जनता को तोहफा देने की बात कही थी, क्योंकि इस पथ के निर्माण के लिए सांसद बनने के बाद 27 जुलाई 2009 को तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम को एक पत्र लिखा था, जिसमें प्रतापपुर–मनातू– चक पथ को बीआरओ के माध्यम से कराने का आग्रह किया था. क्योकिं यह क्षेत्र घोर उग्रवाद प्रभावित है. प्रतापपुर से चक तक का पथ निर्माण शुरू हो चुका है.
चक से मनातू तक सड़क बने, इसके लिए उन्होंने प्रयास जारी रखा था. इसे लेकर उन्होंने तत्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री सीपी जोशी और वर्तमान ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश को लगातार पत्र लिखता रहा. तीन बार उन्होंने लोकसभा में प्रश्न भी उठाये थे. इसके दस्तावेज उनके पास है.
अपने राजनीतिक जीवन में वह हमेशा कार्यो की बदौलत ही जनता में पैठ बनायी है. कभी होर्डिग व प्रचार में विश्वास नहीं रखा है. जब उन्हें पथ निर्माण विभाग के सचिव राजबाला वर्मा द्वारा जानकारी दी गयी, तो उन्होंने क्षेत्र की जनता को अखबार के माध्यम से इसकी जानकारी दी, जो कि पांकी के विधायक को नागवार गुजरा.
सांसद श्री नामधारी ने कहा कि संभव है विधायक द्वारा भी अपने स्तर से इस पथ के निर्माण के लिए प्रयास किया गया हो, लेकिन इस तरह का ओछापन दिखाना उचित नहीं है. यदि उनके पास भी इस पथ निर्माण के लिए किये गये प्रयास का दस्तावेज हो, तो उसे सामने लाना चाहिए, ताकि जनता तय कर दे कि इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का जुगाड़ कौन कर रहा है.