अगस्त 2012 से टूटा पड़ा है पुल. नेता करते रहे बयानबाजी. लगी रही श्रेय लेने की होड़. फिर भी स्थिति यथावत है. बरसात के दिनों में लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है.
छतरपुर (पलामू) : बरसात आ गयी, पर प्रक्रिया में ही उलझा रह गया मामला. श्रेय लेने की होड़ के बीच जनता की समस्या गौण होती गयी.
बरसात के पहले पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका. मामला छतरपुर के छत्रधारी पुल से जुड़ा हुआ है. फिलवक्त यह टूटा हुआ है. छत्रधारी पुल पांडू-छतरपुर मार्ग पर गुरदी गांव के पास बांकी नदी पर बना हुआ है. इस पुल से होकर छतरपुर के लोग विश्रमपुर-पांडू इलाके में जाते थे. यह पुल गढ़वा को भी छतरपुर से जोड़ता है. व्यावसायिक दृष्टिकोण से यह पुल काफी महत्वपूर्ण है.