22 सूत्री मांगों को लेकर बहुजन मजदूर यूनियन ने दिया धरना, कहा :
पाकुड़ : बहुजन मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को 22 सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय के निकट धरना दिया. धरना का नेतृत्व यूनियन के केंद्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद उपाध्याय एवं जिला अध्यक्ष शेर मोहम्मद, प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुमार चौरसिया ने की.
धरना पर बैठे यूनियन के कार्यकर्ता मनरेगा के तहत सौ दिनों के रोजगार की गारंटी देने, बकाया मजदूरी का भुगतान करने, राज्य मिस्त्री की मजदूरी चार सौ रुपये करने एवं मजदूरों को तीन सौ रुपये मजदूरी की व्यवस्था करने, पत्थर खदानों मे काम करने वाले मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी देने की मांग के समर्थन में जमकर नारे लगाये.
प्रशासन की उदासीनता से हो रहा पलायन
धरना को संबोधित करते हुए यूनियन के केंद्रीय उपाध्यक्ष श्री उपाध्याय ने कहा कि सरकार एवं प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही की वजह से जिले के मजदूरों को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में पलायन करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी गांवों में मनरेगा योजना नहीं चलने के कारण आज मजदूरों को विकट परिस्थिति से गुजरना पड़ रहा है.
धरना को सफल बनाने में सलाम शेख, लक्ष्मण प्रसाद भगत, तोहिद शेख, शहजमाल साव, जब्बार शेख, मो. अलाउद्वीन, अनवर शेख आदि सक्रिय दिखे. धरना के उपरांत मांग पत्र डीसी को सौंपा गया.
किन-किन मांगों को रखा मजदूरों ने
भूमिहिनों को 12 डिसमील जमीन मुहैया कराने, किसानों को कृषि ऋण, खाद, बीज, पटवन की सुविधा मुहैया कराने, मनरेगा मजदूरों को बकाया मजदूरी का भुगतान करने, मनरेगा की अधूरी योजनाओं को शीघ्र पूरा करने, अनाज व केरोसिन की कालाबाजारी पर रोक लगाने, बीड़ी मजदूरों को बोनस, भविष्य निधि, स्वास्थ्य बीमा एवं न्यूनतम मजदूरी का लाभ देने, ग्रामीणों के गलत बिजली विपत्र को माफ करने, ट्रक ड्राइवर, खलासी, लोडिंग एवं अनलोडिंग कुली को न्यूनतम मजदूरी का भुगतान करने, सभी विद्यालयों में एमडीएम बनाने वाले रसोइयां को न्यूनतम मजदूरी देने, नन सलेबुल जमीन पर रहने वाले लोगों को निवास प्रमाण पत्र निर्गत करने, बालू उठाव पर लगायी गयी रोक को हटाने, वृद्धा पेंशन लाभुकों को तीन हजार रुपये पेंशन भुगतान करने आदि मांगों को लेकर बहुजन मजदूर यूनियन द्वारा धरना दिया गया.