पाकुड़ : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार एक्ट की सदर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में खुलेआम धज्जी उड़ रही है. रुपये कमाने की होड़ में योजना से जुड़े अभियंता, पंचायत व रोजगार सचिव सहित बिचौलिया नियम कानून को ताक पर रखकर पुराने तालाब पर ही नये तालाब की खुदाई करवा रहे हैं. ऐसा ही मामला इन दिनों सदर प्रखंड के रामचंद्रपुर पंचायत अंतर्गत निहारपाड़ा गांव निवासी अफसर अली की जमीन पर की जा रही तालाब खुदाई से चर्चा में आया है.
अफसर अली की जमीन पर वर्षो पूर्व से तालाब है और बीते दस दिन पूर्व मनरेगा की सात लाख रुपये की राशि से तालाब की खुदाई शुरू कर दी गयी. योजना में की जा रही गड़बड़ झाला को छुपाने की नियत से न तो सूचना पट लगाये गये और न ही मनरेगा नियमों की तरह दी जाने वाली सुविधाएं ही बहाल की गयी. ग्रामीणों में तालाब पर ही नये तालाब की खुदाई का कार्य शुरू होने को लेकर जैसी मुंह वैसी चर्चा गांव के चौपाल पर की जा रही है.