Advertisement
बाजार में छायी आर्थिक मंदी
मजदूरी में 500 के नोट मिलने से श्रमिक परेशान लोहरदगा : भारत सरकार द्वारा 500 व 1000 रुपये के नोट के संबंध में लिये गये निर्णय के बाद लोहरदगा जिला के बाजारों से रौनक गायब हो गयी है. रात में की गयी इस घोषणा के बाद से ही लोग परेशान नजर आये. अहले सुबह से […]
मजदूरी में 500 के नोट मिलने से श्रमिक परेशान
लोहरदगा : भारत सरकार द्वारा 500 व 1000 रुपये के नोट के संबंध में लिये गये निर्णय के बाद लोहरदगा जिला के बाजारों से रौनक गायब हो गयी है. रात में की गयी इस घोषणा के बाद से ही लोग परेशान नजर आये. अहले सुबह से लोग 500 एवं 1000 रुपये के नोट को लेकर बाजारों में निकले. कुछ को निराश लौटना पड़ा. कई जगह पर इसको लेकर नोकझोंक भी हुई.
लोहरदगा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों से 500 एवं 1000 रुपये के नोट लिये गये, जिसके कारण यात्रियों को परेशानी नहीं हुई. वहीं सब्जी बाजार में दुकानदारों ने बड़े नोट लेने से इनकार कर दिया. 500 रुपये तक की खरीदारी में बड़े नोट स्वीकार किये गये. शहर के होटलों व दुकानों में मिठाई खरीदने वालों को उस समय परेशानी हुई, जब लोग 500 और 1000 रुपये का नोट देकर 50 और 100 रुपये की खरीदारी कर रहे थे. कई होटलों में 500 रुपये का नोट लेकर पैसा वापस करने के बजाय उन्हें टोकन देकर कहा गया कि बाद में आकर खरीदारी कर इसे वसूल कर लेंगे.
दिहाड़ी मजदूरों को परेशानी हुई, क्योंकि वे लोग जहां काम कर रहे थे, वहां उन्हें 500 रुपये के नोट दिये जा रहे थे, जिसे लेने से इन मजदूरों ने इनकार कर दिया. उन्हें कहा गया कि बैंक खुलने के बाद पैसा मिलेगा. बैंक, एटीएम बंद रहने के कारण लोग चाह कर भी कुछ नहीं कर सके. शहर के बाजार में वीरानगी छायी रही. कई पेट्रोल पंप बंद कर दिये गये. वहीं कुछ में बड़े नोट लेने से इनकार किया गया.
किराना दुकानों में लोग जब 500 रुपये के नोट लेकर पहुंचने लगे, तो दुकानदार अाजीज आकर दुकान ही बंद कर दिये. दवा दुकानों में भी इसी तरह का माहौल देखा गया. लोग बड़े नोट लेकर विक्स और आयोडेक्स खरीदने पहुंच गये. इधर, मोदी सरकार द्वारा लिये गये इस निर्णय की लोगों ने सराहना की. लोगों का कहना है कि इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा.
परेशान रहे दुकानदार : शहर के बंगाल स्वीट्स में वीरानगी छायी हुई थी. पूछने पर बंगाल स्वीट्स के चंचल दास ने बताया कि सुबह से लोग आ रहे हैं और कचौड़ी जिलेबी खाकर 500 और 1000 रुपये के नोट दे रहे हैं. अब छोटे नोट नहीं हैं, जिसके कारण ग्राहकों को पैसा वापस करने में परेशानी हो रही है.
इसके कारण वैसे ग्राहक लौट रहे हैं, जो अपना बड़ा नोट छोटा कराने के ख्याल से आ रहे थे. शहर के पतरा टोली, मिशन चौक स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप में 500 और 1000 रुपये के नोट ग्राहकों से नहीं लिये जा रहे थे. कई बार ग्राहकों से इसको लेकर नोकझोंक भी हुई. वहीं पावरगंज चौक में स्थित पेट्रोल पंप बंद रहा. वर्मन पेट्रोल पंप में सभी तरह के नोट स्वीकार किये जा रहे थे. शहर के दवा दुकान गोपाल स्टोर्स में सुबह से ही भीड़ लगी थी. कुछ लोग जरूरत की दवा खरीदने आये थे, तो कुछ लोग बड़े नोट को लेकर छोटे सामान खरीद कर नोट चलाना चाह रहे थे. बढ़ती भीड़ एवं लोगों की मनोवृत्ति को समझ कर दुकानदार ने दुकान का चैनल बंद कर दिया और लोगों को चैनल के अंदर से ही दवा दी जा रही थी.
होटल में ठहरे लोग भी परेशान :
गुदरी बाजार में सब्जी बेचने वाले लोगों ने भी बड़े नोट लेने से इनकार कर दिया. उनका कहना था कि जब ये नोट बाजार में चलेंगे ही नहीं, तो इन्हें लेकर क्या फायदा. बड़े नोट लेकर सब्जी खरीदने बाजार में आये लोग निराश लौटे. सब्जी विक्रेता भी मायूस नजर आये.
होटल पर्ल में ओड़िशा से आकर ठहरे दंपत्ती जब बुधवार की सुबह यहां से जाने लगे, तो उन लोगों ने बड़े संकोच के साथ होटल मालिक मनोज जायसवाल से कहा कि उन लोगों के पास हजार-हजार रुपये के नोट हैं और यहां कोई व्यवस्था उन लोगों के पास नहीं है. इस पर होटल मालिक ने कहा कि आप लोग बाहर से आये हैं और आपके पास छोटे नोट नहीं हैं, तो कोई बात नहीं. मैं बड़े नोट ही ले लूंगा. आपकी मजबूरी मैं समझ सकता हूं. उन्होंने उनका बड़ा नोट स्वीकार कर लिया. वहीं पर्ल होटल के रेस्टुरेंट में 500 रुपये का नोट लेकर कॉफी पीने आये लोगों को निराश लौटना पड़ा.
लोहरदगा़ : मोदी की घोषणा के बाद महिलाओं में काफी खुशी देखी गयी. महिलाओं का कहना था कि भ्रष्टाचार देश को खोखला कर रहा है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 एवं 1000 रुपये के नोट को बंद करना सराहनीय है. देश की खुशहाली के लिए कुछ त्याग भी करना पड़े, तो हमलोग पीछे नहीं हटेंगे. शहरी क्षेत्र के मिशन चौक निवासी उमा देवी का कहना है कि उनके पास हजार एवं 500 रुपये के कुछ नये नोट हैं, लेकिन उन्हें कोई फिक्र नहीं है.
वे बैंक खाते में जमा कर देंगी. बदला गांव निवासी पूजा कुमारी का कहना है कि मोदी सरकार ने साहसिक कदम उठाया है. इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा. हमारे पास बड़े नोट हैं, तो उसे अपने खातें में जमा कर देंगे. शहरी क्षेत्र के वीर शिवाजी चौक निवासी निशा कुमारी का कहना है कि मोदी सरकार के इस कदम को लेकर तरह तरह की चर्चा की जा रही है, लेकिन यह फैसला देश हित में लिया गया है और यह सराहनीय कदम है. थाना टोली निवासी मुस्कान कुमारी का कहना है कि देश हित में यदि त्याग करने की भी जरूरत हो, तो वह करेगी. जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की बात होती है तो हम सब उसके साथ हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement