उन्होंने कहा कि स्वयं तो साफ-सफाई पर ध्यान दें ही, दूसरे को भी इसके लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि लोहरदगा जिला खुले में शौच से मुक्त हो चुका है. लगभग शत-प्रतिशत लोग शौचालय का उपयोग भी करने लगे हैं. कुछ लोग जो शौचालय के उपयोग से अभी भी दूर भागते हैं उन्हें स्वच्छता की जानकारी देते हुए शौचालय के उपयोग के लिए प्रेरित करना सब की जिम्मेवारी है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता को अपना कर ही हमारा समाज बेहतर जीवन की ओर अग्रसर हो सकता है. महात्मा गांधी ने स्वच्छता को लेकर आंदोलन चलाया था. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में स्वच्छता अभियान अब आंदोलन का रूप ले चुका है. हर व्यक्ति स्वच्छता के प्रति जागरूक होकर स्वच्छता को अपनाने लगा है. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को उपायुक्त ने स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए कहा कि गलियों में भी गंदगी न रहे, इसका हम सभी शपथ लें और अभियान को आंदोलन का रूप देकर गंदगी को दूर भगायें.
इस अवसर पर स्वच्छ संकल्प से स्वच्छ सिद्धि तक आयोजित प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करनेवाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया़ इनमें निबंध प्रतियोगिता में प्रथम विशाल डुंगडुंग, द्वितीय मनीषा खातून, तृतीय अमन कुमार, लघु फिल्म प्रतियोगिता में प्रथम आशिष भगत, द्वितीय रिकेश जायसवाल, तृतीय चंदन साहू रहे. चित्रांकन प्रतियोगिता में प्रथम श्रीराज, अनिश, साहिल, अनुज, द्वितीय विरस तुरी एवं तृतीय स्थान पर आकाश महली रहे. इस अवसर पर डीपीओ महेश भगत, जिला परिषद सदस्य, विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता सहित काफी संख्या में लोग शामिल हुए.