लातेहार : लातेहार जिले को मार्च 2018 तक खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य प्रशासन ने तय किया है और इस कार्य में सखी मंडलों की भूमिका अहम है. सखी मंडलों को अपना कार्य पूरी निष्ठा से करने की जरूरत है. उक्त बातें उपायुक्त प्रमोद कुमार गुप्ता ने शहर के बहुउद्देश्यीय भवन में स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि गत दिसंबर माह में सखी मंडलों को जो लक्ष्य दिया गया था,
वह अब तक पूरा नहीं किया जा सका, जो काफी चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि जो सखी मंडल प्रखंड स्तर पर पहले सौ शौचालयों का निर्माण करायेगा उसे प्रशासन की ओर से पांच हजार रुपये व प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा. द्वितीय व तीसरे स्थान पर आने वाले सखी मंडल को क्रमश: 25 सौ व 15 सौ रुपये दिया जायेगा. डीडीसी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि महिलाओं में काफी शक्ति होती है, महिला अगर एक बार किसी कार्य को ठान लेती है तो उसे पूरा कर ही दम लेती है.
जिले को खुले में शौच से मुक्त बनाने में आप अपनी भागदारी पूरी तरह से निभाएं. जो लक्ष्य मिला है उसे पूरा करने के लिए ईमानदारी से कार्य करें. उन्होंने बताया कि प्रशासन ने सखी मंडल को 3600 शौचालय निर्माण का लक्ष्य दिया था. साथ ही एक लाख 80 हजार रुपये की राशि भेजी गयी थी लेकिन महज 984 शौचालय ही पूर्ण हो सका. इस दौरान डीआरडीए निदेशक संजय भगत व पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार गुप्ता द्वारा सखी मंडल के सदस्यों को शौचालय निर्माण के बारे में जानकारी दी गयी. मौके पर बीडीओ उत्तम प्रसाद, जेएसएलपीएस के सचिन साहू, जिला समन्वयक हेमंत केशरी, प्रशांत शाहदेव, आशीष केशरी, विपीन सिंह, अतुल प्रसाद समेत सखी मंडल की लगभग सात सौ महिलाएं उपस्थित थीं. इससे पूर्व डीसी व डीडीसी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उदघाटन किया.