बरवाडीह : थाना क्षेत्र के गुलजारबाग स्थित वन विभाग कार्यालय के समीप बुधवार 12 जून को अरुण कुमार दत्ता, रिझू सिंह व उसके पुत्र का अपहरण किया गया था. अपराधियों द्वारा हत्या किये जाने की सूचना के बाद भी पुलिस शवों को ढूंढने में विफल रही. ग्रामीणों ने गुरुवार को एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए तीनों व्यक्तियों का शव ढूंढने में कामयाबी हासिल की है.
भाजपा, माले, राजद, आजसू, झाविमो, कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दल के लोगों व ग्रामीणों ने सभी का शव काफी मशक्कत के बाद घटनास्थल से निकाला है. अपहरण के बाद से ही पुलिस द्वारा इस घटना में आवश्यक कार्रवाई की जा रही थी.
लेकिन किसी तरह की कामयाबी हासिल नहीं होने पर विभिन्न राजनीतिक दल द्वारा बरवाडीह बंद का आह्वान किया गया था. ग्रामीणों के प्रयास से शव प्रखंड मुख्यालय से चार किलोमीटर दूर बंद पड़ी हुंटार कोलियरी के खदान नंबर दो के बेकार पड़े कुएं से बरामद किया गया. ग्रामीणों ने घटनास्थल से चप्पल व शव की गंध मिलने पर शव होने की पुष्टि की.
और बेकार पड़े कुएं में शव देखा. सबसे पहले ग्रामीणों ने अरुण कुमार दत्ता का शव काफी मशक्कत के बाद निकाला. अपराधियों ने अरुण कुमार दत्ता के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी. कुएं में पानी अधिक रहने के कारण बाकी दो शव को निकालने में ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही थी.
देर शाम समाचार लिखे जाने तक बाकी दो शव को निकालने का ग्रामीण प्रयास कर रहे थे. शव निकालने में अशोक सोनी,रोशन पासवान, जैकी चौरसिया, पंकज सिंह समेत बरवाडीह बंभडीह समेत आसपास गांव के लोग काफी समेत प्रखंड के सभी राजनीतिक दल के लोग काफी सक्रिय दिखे.
विरोध के कारण पुलिस लौटी : पुलिस द्वारा घटना के नौ दिनों बाद भी इस प्रकरण में किसी तरह की कामयाबी हासिल नहीं होने पर गुरुवार को ग्रामीण एकजुटता बनाते हुए लाश ढूंढने का निर्णय लिया. ग्रामीणों को इसमें कामयाबी भी हासिल हुई.
ग्रामीण लाश को निकालने का प्रयास कर रहे थे इसी बीच बरवाडीह पुलिस के डीएसपी, आरक्षी निरीक्षक समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. ग्रामीणों ने पुलिस को वहां से बैरंग वापस कर दिया. ग्रामीणों का कहना था कि घटना के इतने दिनों बाद भी पुलिस जब इस संबंध में कुछ भी नहीं कर पायी, तो हमलोगों ने लाश ढूंढी है. अब अपराधियों को भी पकड़ कर पुलिस के हवाले करेंगे.