बालूमाथ. बालूमाथ प्रखंड क्षेत्र के चमातु ग्राम निवासी बाजो देवी को ममता वाहन नहीं मिलने के कारण सवारी वाहन में बच्चे को जन्म देने के बाद बच्चे की मृत्यु का मामला प्रकाश में आने के बाद जिले के उपायुक्त प्रमोद कुमार गुप्ता ने एक टीम गठित की है. टीम में आइटीडीए के निदेशक चंद्रशेखर प्रसाद, सिविल सार्जन डॉ ए एक्का ने चमातु गांव पहुंच कर बच्चे की मौत की जांच की.
जांच के बाद बालूमाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तथा पत्रकारों को बताया कि बच्चे की मौत पर जिला प्रशासन गंभीर है व सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाये जायेंगेे, उस पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.
वहीं ग्रामीणों ने जांच पदाधिकारियों के सामने कहा कि बालूमाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव हुई महिला के परिजनों से एएनएम द्वारा लड़की होने पर 300 रुपया एवं लड़का होने पर 500 से 1000 रुपया तक नजराना लिया जाता है. वहीं ममता वाहन मरीजों को घर तक पहुंचाने के एवज में 150 से 300 रू. तक उगाही की जाती है. समाज सेवी फूलचंद गंझू ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमरनाथ पर चंदवा में निजी क्लिनिक चलाने व बराबर बालूमाथ स्वास्थ्य केंद्र में अनुपस्थित रहने का आरोप लगाया. इस पर पदाधिकारियों ने कहा कि इसकी रिपोर्ट डीसी को सौंपा जायेगा. मौके पर डॉ अशोक उड़िया, डॉ सुरेश राम, डॉ पुरुषोत्तम समेत कई स्वास्थ्यकर्मी व ग्रामीण उपस्थित थे.