कोडरमा पर्यावरण संरक्षण से लेकर शराबबंदी व नसबंदी जैसे अभियान चला कर सुर्खियों में आया मरकच्चो प्रखंड का सिमरकुंडी गांव विकास का बड़ा वाहक बनेगा. इसको लेकर राज्य सरकार स्तर से पहल शुरू हो गयी है. प्रभात खबर में इस गांव को लेकर छपी विस्तृत रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने गांव वालों को और सुविधाएं देने का निर्णय लिया है, ताकि गांव के ग्रामीण खुद को प्रोत्साहित महसूस करें. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से इस गांव को तत्काल वाटर सप्लाई की योजना दी जायेगी.
इसको लेकर मंगलवार को पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार अन्य पदाधिकारियों के साथ सिमरकुंडी गांव पहुंच जायजा लेते हुए ग्रामीणों से बातचीत कर जानकारी ली कि कैसे वाटर सप्लाई की योजना को लागू किया जा सकता है. प्रभात खबर में मंगलवार के अंक में लाल आतंक से निकल पांच सूत्र में बंधे और बदल दी तस्वीर से संबंधित रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. सिमरकुंडी में पेड़-पौधों (वन) को बचाने के साथ ही पांच सूत्र शराबबंदी, नसबंदी, मेड बंदी, कुल्हाड़ बंदी व चारा बंदी को अपना कर लोगों ने मिसाल पेश की है. गांव के अधिकतर लोग स्वावलंबी हैं. साथ ही गांव की योजनाओं में पूरी तरह भ्रष्टाचार को वर्जित कर रखा है. वन विभाग व जन जागरूकता से यह गांव आज मिसाल बना है. इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव ने कोडरमा डीसी संजीव कुमार बेसरा से बात कर सिमरकुंडी के ग्रामीणों को और विकसित करने के लिए यहां वाटर सप्लाई योजना को लागू करने का निर्देश दिया. विभागीय सचिव के निर्देश के बाद डीसी ने इइ विनोद कुमार को सिमरकुंडी भेजा. इइ ने गांव के लोगों से बातचीत कर पेयजल योजना को लेकर रूपरेखा बनायी. डीसी ने बताया कि सिमरकुंडी गांव के लोगों की अच्छी पहल को देखते हुए पीएचइडी की ओर से यहां वाटर सप्लाई योजना दी जा रही है. आगे और भी विकास योजनाएं इस गांव को दी जायेगी, ताकि गांव के लोग गांव को और विकसित कर सकें.