कोडरमाः बिहार स्थित सीवान जिले के महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक दामोदर सिंह (60 वर्ष) का गुरुवार को यहां निधन हो गया. उन्होंने तिलैया में पूर्णिमा टॉकीज के पास स्थित अपने आवास पर दिन के 10.15 बजे अंतिम सांस ली. वह अपने आवास के लॉन में बैठ कर परिजनों के साथ चाय पी रहे थे. कुरसी पर बैठे-बैठे ही हर्ट अटैक हुआ. परिजन तुरंत उन्हें निजी क्लिनिक ले गये, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. दामोदर सिंह का परिवार संयुक्त रूप से तिलैया के अलावा महाराजगंज के जिंगरहवां गांव में रहता है. वह अपने पीछे पत्नी सोनामती देवी, तीन बेटे अतिश सिंह, राजकुमार सिंह, राजा सिंह व बेटी शारदा कुमारी को छोड़ गये हैं. उनके सभी पुत्रों व पुत्री की शादी हो चुकी है. वह चार भाइयों व तीन बहनों में दूसरे नंबर पर थे.
झंडा चौक पर अंतिम सलामी : सूचना मिलते ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने परिजनों से बातचीत की. दोपहर तीन बजे उनका पार्थिव शरीर झंडा चौक ले जाया गया. जवानों ने शस्त्र झुका कर अंतिम सलामी दी. यहां से उनका पार्थिव शरीर पटना ले जाया गया. बताया जाता है कि पटना स्थित विधानसभा में श्रद्धांजलि देने के बाद महाराजगंज स्थित पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार होगा.
जानकारी के अनुसार, विधायक दामोदर सिंह अपने पीए गौतम पटेल व अन्य के साथ बुधवार शाम को करीब 6:30 बजे गया होते हुए तिलैया स्थित आवास पहुंचे थे. रात में उन्होंने अपने परिजनों व पड़ोसियों से बातचीत भी की थी. परिजनों ने बताया कि 2011 में अपोलो अस्पताल, दिल्ली में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका था. इससेपहले उनका बाइपास सजर्री भी हुई थी.
महाराजगंज से तीन बार विधायक चुने गये
दामोदर सिंह के बड़े भाई धर्मनाथ सिंह ने बताया कि उनके पिता वर्षो पहले यहां स्थित केंद्रीय अस्पताल करमा में कार्यरत थे. उस समय दामोदर ने अपनी पढ़ाई यहीं के सीएच प्लस टू उच्च विद्यालय से की. पढ़ाई पूरी करने के बाद वह बिहार चले गये और वहां से राजनीति की शुरुआत की. 20 वर्ष तक पहाड़पुर-फतेहपुर से प्रमुख रहे दामोदर सिंह ने पहली बार 1995 में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ा था, पर जनता दल के बैद्यनाथ पांडेय से 1300 मत से पराजित हो गये थे. इसके बाद 2004 में जदयू के टिकट से विधायक चुने गये और लगातार तीन बार चुनाव जीते.